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सूत्र
आमुख
१-४१
४२-४३
४४-४६
४७-४८
४९-५०
५१-५२
५३-५४
५५-५६
५७-८९
तीसरा उद्देशक
चौथा उद्देशक
पांचवां उद्देशक
संग्रहणी गाथा
पहला उद्देशक
उत्पल जीवों का उपपात आदि पद ३६९-३८१ दूसरा उद्देशक
शालु आदि जीवों का उपपात आदि ३८२
पद
छट्ठा उद्देशक
सातवां उद्देशक
आठवां उद्देशक
नौवां उद्देशक
शिवराजर्षि पद
( xx )
ग्यारहवां शतक
पृष्ठ सूत्र
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३६७-३६८
३६९
३८३
३८४
३८५
३८६
३८७
३८८
३८९-४०३
(ग) पशु-पक्षी
२. शब्दार्थ एवं शब्द - विमर्शानुक्रम
१. नामानुक्रम - (क) व्यक्ति और स्थान
(ख) देव
३. भाष्य - विषयानुक्रम
४. पारिभाषिक शब्दानुक्रम
दसवां उद्देशक
क्षेत्रलोक पद
लोकसंस्थान पद
अलोकसंस्थान पद
लोक अलोक जीव- अजीव
मार्गणा पद
लोक का परिमाण पद
अलोक का परिमाण-पद
लोकाकाश में जीव प्रदेश पद
ग्यारहवां उद्देशक
११५-१७३ सुदर्शन श्रेष्ठी पद
बारहवां उद्देश
९०-९७
९८
९९
१००-१०८
१०९
११०
१११-११३
१७४-१८५
१८६-१९९
परिशिष्ट
५. अभयदेवसूरिकृत वृत्ति - शतक ८, ९, १०, ११
६. आधारभूत ग्रंथ सूची
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ऋषिभद्रपुत्र पद
पुद्गल परिव्राजक पद
पृष्ठ
४५५-४५७
४५८-४६२
४६३-४६४
४६५-४६८
४६९-४७२
४७३-४८०
४८१-५६८
५६९-५७५
पृष्ठ
४०४-४०६
४०६
४०६
४०७-४१०
४१०-४११
४११-४१३
४१४-४१५
४१६-४४१
४४२-४४६
४४६-४५१
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