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सूर्य का परिवार - ८८१
सूर्य का अहोरात्र को विषम करना - ६३1३ प्रथम सूर्यमंडल का आयाम - विष्कंभ - ६६१४
द्वितीय सूर्यमंडल का आयाम - विष्कंभ – ६६५ तृतीय सूर्यमंडल का आयाम - विष्कंभ -- ६६/६
सूर्य की गति का क्षेत्र - प्र० ४६
चन्द्र
चन्द्रमंडल का समांश- ६०१३
शुक्लपक्ष और कृष्णपक्ष के चन्द्र की वृद्धि हानिचन्द्र का परिवार – ८८ १
ग्रह-नक्षत्र
आर्द्रा
चित्रा
स्वाति
पूर्व फल्गुनी
उत्तरफल्गुनी
पूर्वभाद्रपद
उत्तरभाद्रपद
मृगशीर्ष
पुष्य
ज्येष्ठा
अभिजित्
श्रवण
अश्विनी
भरणी
अनुराधा पूर्वाषाढ़ा
उत्तराषाढ़ा
रोहिणी
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नक्षत्र का तारा - परिमाण - ११२६
- १।२७
- ११२८
—२२४
—२२५
-२२६
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न-६२/३
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-२/७
--३।६
-३१७
-315
--३२६
-३।१०
-३।११
-३।१२
- ४१७
-815
- ४१६
-५३६
[ ३२ ]
पुनर्वसु
हस्त
विशाखा
धनिष्ठा
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कृत्तिका
अश्लेषा
मघा
पूर्वद्वारिक नक्षत्र– ७१८ दक्षिणद्वारिक नक्षत्र - ७१६ पश्चिमद्वारिक नक्षत्र - ७११०
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-५३१०
-५॥११
-५॥१२
-५॥१३
-६१७
-६८
-9/9
उत्तरद्वारिक नक्षत्र – ७१११
चन्द्रमा के साथ प्रमर्द-योग करने वाले नक्षत्र ८१ अभिजित नक्षत्र का चन्द्र के साथ योग काल - ६१५
चन्द्र के साथ उत्तर दिशा से योग करने वाले नक्षत्र - ६१६ उपरितन तारागणों का भ्रमण क्षेत्र - ६/७
ज्ञानवृद्धि करने वाले नक्षत्र - १०१७
लोकान्त और ज्योतिष - चक्र के पर्यन्तों का अन्तर - १११२
ज्योतिष चक्र के परिभ्रमण का क्षेत्र - ११।३
मूल नक्षत्र का तारा- परिमाण – ११।५
ध्रुवराहु से चन्द्र का आवरण - १५५३, ४
चन्द्र के साथ पन्द्रह मुहूर्त्त तक योग करने वाले नक्षत्र - १५ ५
शुक्र का उदय अस्त - १९/३
जम्बूद्वीप में व्यवहृत नक्षत्र - २७/२
रेवति नक्षत्र का तारा - परिमाण -- ३२।५
हर्द्धक्षेत्र के नक्षत्रो का चन्द्र के साथ योग-काल- ४५-७
चन्द्रमा के साथ योग करने वाले नक्षत्र - ५६।१
नक्षत्रों का सीमा - विष्कंभ - ६७१४
उन्नीस नक्षत्रों का तारा- परिमाण -६६/७ शतभिषग का तारा - परिमाण - १००१२
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