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मानुषोत्तर
ऊंचाई–१७१३ वक्षस्कार
वक्षस्कार पर्वतों की निषध और नीलवान वर्षधरों के पास की ऊंचाई और गहराई-प्र०१८ सीता, सीतोदा और मंदर के पास उनकी ऊंचाई और गहराईप्र०२३ सौमनस आदि वक्षस्कार पर्वतों का वर्णन-प्र० २७ वक्षस्कार पर्वतों के कूट-प्र० २८ चित्रकूट और विचित्रकूट की ऊंचाई आदि-प्र० ५७
हरिस्सहकूट की ऊंचाई आदि-प्र०५६ यमक पर्वत यमक पर्वतों की ऊंचाई आदि-प्र० ५६
१६. भवसिद्धिक जीवों का परिनिर्वाण परिनिर्वाण-११४६; २।२३; ३२४,४।१८,५।२२, ६।१७;
७।२३,८११८६।२०, १०।२५; ११३१६; १२।२०; १३।१७; १४।१८; १५१८; १६।१६; १७।२१; १८.१८; १९।१५; २०१७; २१।१४; २२।१७; २३।१३, २४।१५; २०१८; २६।११; २७११६; २८।१५; २६।१८,३०११६, ३१।१४
२०. मनुष्य असंख्य वर्षों की आयु वाले गर्भज संज्ञी मनुष्यों की स्थिति११३६; २०१३ मनुष्यों के प्रयोगों के प्रकार-१५९ मनुष्यों के आवास-प्र० १४७ मनुष्य गति के उपपात और उद्वर्तना का विरह-काल-प्र० । १८०,१८२ मनुष्यों के आयुष्य के आकर्ष-प्र० १८५ सम्मूच्छिम मनुष्यों का संहनन-प्र० १६३ गर्भावक्रान्तिक मनुष्यों का संहनन-प्र० १६४ सम्मूच्छिम मनुष्यों का संस्थान-प्र० २०ण गर्भावक्रान्तिक मनुष्यों का संस्थान-प्र० २०७ सम्मूच्छिम मनुष्यों का वेद-प्र० २१२ गर्भावक्रान्तिक मनुष्यों का वेद-प्र० २१३
ईषत्प्राग्भारा प्रथ्वी के नाम-१२।११ सिद्धि के आदि-गुण-३११ ईषत्प्राग्भारा पृथ्वी का आयाम-विष्कभ-४५०४ चरम-शरीरी जीवों के जीव-प्रदेशों की अवगाहना-प्र० १३ सिद्धिगति का विरह-काल-प्र० १८१
२३. राजर्षि अंगवंश के प्रवृजित राजे-७७१२
२४. लेश्या लेश्या के प्रकार-६१
२५. शरीर शरीर के प्रकार-प्र० १५८ औदारिक शरीर के प्रकार और अवगाहना-प्र० १५६-१६१ वैक्रिय शरीर के प्रकार और अवगाहना-प्र० १६२,६३ आहारक शरीर के प्रकार, संस्थान और अवगाहना-प्र० १६४ १६६ तैजस और कार्मण शरीर के प्रकार आदि-आदि-प्र० १६७,१६९ १७१
२६. संघ-व्यवस्था संभोग सामुदायिक व्यवहार-१२।२ कृतिकर्म के आवर्त-१२॥३
२७. समवाय का उत्क्षेप समवाय का उत्क्षेप-११,३
२८. समवाय का निक्षेप समवाय का निक्षेप-प्र० २६१
२६. समुद्घात छाद्मस्थिक समुद्घात के प्रकार-६०५ समुद्घात के प्रकार-२
३०. समुद्र और नदियां जम्बूद्वीप की चौदह नदियां-१४।८ लवणसमुद्र में उत्सेध और परिवृद्धि-१६७ लवणसमुद्र की सम्पूर्ण ऊंचाई–१७५ घनसमुद्रों की मोटाई-२०१३ गंगा और सिन्धू का प्रवाह के स्थान पर विस्तार-२४१५ रक्ता और रक्तवती का प्रवाह के स्थान पर विस्तार-२४१६ गंगा और सिन्धू का प्रपात-२५७ रक्ता और रक्तवती का प्रपात-२५८
२१. मृत्यु मरण के प्रकार-१७६
२२. मोक्ष मोक्ष-११७
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