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समवायो
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समवाय ६१ : टिप्पण
प्रत्येक ऋतुमास तीस दिन का होता है, अतः एक युग के (१८३०:३०) इकसठ ऋतुमास होते हैं।'
देखें-ठाणं श२११ । २,३. समांश (समंसे)
जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (वक्ष चार) में चन्द्रमंडल का आयाम-विष्कंभ योजन का भाग तथा सूर्यमंडल का आयाम-विष्कंभ
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योजन का , भाग माना है। इसके अनुसार चन्द्रमंडल के छप्पन विभाग (प्रत्येक विभाग योजन का है, वां भाग) तथा सूर्यमण्डल के अड़तालीस विभाग (प्रत्येक विभाग योजन का 1 वां भाग) करने पर समांश (समविभाग) होता है।
१. समवायांगवृत्ति, पत्र ७१।
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