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________________ ३४२ अणुओगदाराई २६४. तत्थ पं जेते पंच चउक्कसंजोगा ते णं इमे--१. अस्थि नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिप्फण्णे २. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फण्णे ३. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे ४. अस्थि नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ५. अत्थि नामे उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे ।। २६५. १. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिप्फण्णे। २. 'कयरे से नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से उवसंता कसाया सइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामियनिष्फण्णे"। ३. 'कयरे से नामे उदइए उवस मिए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे । ४. 'कयरे से नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ? उदइए त्ति मणस्से खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामियनिष्फणे"। ५. 'कयरे से नामे उवस मिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे" ।। २६६. तत्थ णं जेसे एक्के पंचगसंजोए से णं इमे--अत्थि नामे उदइए उवसमिए खइए खओवस मिए पारिणामियनिष्फण्णे ॥ २६७. कयरे से नामे उदइए 'उवसमिए खइए खओवसमिए' पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे 'उदइए उवसमिए खइए खओवसमिए' पारिणामियनिष्फण्णे । से तं सन्निवाइए। से तं छनामे ।। १. एवं उदइय उपसमिए ख इय पारिणामिय २. एवं उदइय उवसमिय खओवस मिय पारिणा- मिय (क)। ३. एवं उदइय खइय खओवसमिय पारिणामिय ४. एवं उवसमिय खइय खओवसमिय पारिणा मिय (क)। ५. एगे (क)। ६. जाव (क)। ७. जाव (क)। ८. छन्नामे (ख, ग)। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003584
Book TitleAgam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages135
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_anuyogdwar
File Size4 MB
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