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________________ अणुओगदराई ३४१ २३. १. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खयनिष्कण्णे ? उदइए त्ति मणस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खयनिप्फण्णे । २. 'कयरे से नामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्पण्णे ? उदइए त्ति मणस्से उवसंता कसाया खओवसमियाई इंदियाई, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खओवसम निष्फण्णे" । ३. ‘कयरे से नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे" | ४. 'कयरे से नामे उदइए खइए खओवसमनिष्कण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से खइयं सम्मत्तं खओवसमियाई इंदियाई, एस णं से नामे उदइए खइए खओवसम - निष्फण्णे । ५. 'कयरे से नामे उदइए खइए पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खड़ए पारिणामियनिष्कण्जे "। ६. ‘कयरे से नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से खओवसमियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे" । ७. 'कयरे से नामे उवसमिए खइए खओवस मियनिष्फण्णे ? उवसंता कसाया खइयं सम्मतं खओवस मियाई इंदियाई, एस णं से नामे उवसमिए खइए खओवसमनिष्कण्णे" । ८. 'कयरे से नामे उवसमिए खइए खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस निष्कण्णे" । ६. 'कयरे से नामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे ? उवसंता कसाया खओवसमियाई इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिष्फण्णे । पारिणामियनिष्फण्णे ? उवसंता कसाया णं से नामे उवसमिए खइए पारिणामिय १०. ' कयरे से नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिष्कण्णे ? खइयं सम्मत्तं खओवस मियाई इंदियाई पारिणामिए जोवे, एस णं से नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिष्कण्णे" ॥ 1 १. एवं उदय उवसमिय खओवसमिय ( क ) | २. एवं उदय उवसमिय पारिणामिय ( क ) ३. एवं उदइय खइय खओवसमय ( क ) । ४. एवं उदय खइय पारिणामिय ( क ) ५. एवं उदय खओवसमिय पारिणामिय ( क ) 1 Jain Education International ६. एवं उवसमिय खइय खओवसुमिय (क) 1 ७. उवसमिय खइय पारिणामिय ( क ) 1 ८. उवसमिय खओवसमिय पारिणामिय ( क ) । ६. खइय खओवसमिय पारिणामिय ( क ) | For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003584
Book TitleAgam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages135
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_anuyogdwar
File Size4 MB
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