________________
६०८
ववहारो
अकरणयाए अब्भुट्ठेज्जा, अहारिहं तबोकम्मं पायच्छित्तं पडिवज्जेज्जासि ।
—त्ति बेमि ।
१. जत्थेव नो सम्मंभावियाई चेइयाई पासेज्ज कप्पर से बहिया गामस्स वा जाव सन्निवेसस्स वा पाईनाभिमुहस्स वा उदीणाभिमुहस्स वा
Jain Education International
ठिच्चा आलोएत्तए पडिनिदि गर अहारिहं तवोकम्मं पाअच्छित्तं पडिवज्जित्तए ( ता ) ।
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org