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________________ ३४० अणुओगदाराई ४. अत्थि नामे उदइए पारिणा मियनिप्फण्णे ५. अत्थि नामे उवसमिए खयनिप्फण्णे ६. अस्थि नामे उवसमिए खओवसमनिप्फण्णे ७. अस्थि नामे उवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ८. अत्थि नामे खइए खओवसमनिप्फणे ६. अत्थि नामे खइए पारि णामिय निप्फण्णे १६. अत्थि नामे खओवस मिए पारिणामियनिप्फण्णे ॥ २६१. १. कयरे से नामे उदइए उवसमनिप्फण्णे ? उदइए' त्ति मणुस्से' उवसंता कसाया, एस णं से नामे उदइए उवसमनिप्फण्णे । २. कयरे से नामे उदइए खयनिप्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए खयनिप्फण्णे। ३. कयरे से नामे उदइए खओवसमनिप्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से खओवस मियाई इंदियाई, एस णं से नामे उदइए खओवसमनिप्फण्णे। ४. कयरे से नामे उदइए पारिणामियनिष्फण्णे ? उदइए त्ति मणुस्से पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए पारिणामियनिप्फण्णे । ५. कयरे से नामे उवस मिए खयनिप्फण्णे ? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उवसमिए खयनिप्फण्णे। ६. कयरे से नामे उवसमिए खओवसमनिप्फण्णे ? उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से नामे उवसमिए खओवसमनिप्फण्णे । ७. कयरे से नामे उवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ? उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवस मिए पारिणामियनिप्फण्णे । ८. कयरे से नामे खइए खओवसमनिप्फण्णे ? खइयं सम्मत्तं खओवसमियाई इंदियाई, एस णं से नामे खइए खओवसमनिप्फण्णे। ६. कयरे से नामे खइए पारिणामियनिप्फण्णे ? खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे खइए पारिणामियनिष्फण्णे । १०. कयरे से नामे खओवसमिए पारिणा मियनिप्फण्णे ? खओवस मियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ।। २६२. तत्थ णं जेते दस तिगसंजोगा ते णं इमे-१. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खय निप्फण्णे २. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खओवसम निप्फण्णे ३. अत्थि नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ४. अत्थि नामे उदइए खइए खओवसमनिप्फण्णे ५. अत्थि नामे उदइए खइए पारिणामियनिप्फण्णे ६. अत्थि नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ७. अत्थि नामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्फण्णे ८. अत्थि नामे उवसमिए खइए पारिणामिय निप्फण्णे ६. अत्थिनामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे १०. अत्थि नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फण्णे ॥ ३. निप्पन्ने य (क) सर्वत्र । १. ओदइए (क)। २. मणूसे (क)। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003556
Book TitleNavsuttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages1316
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size29 MB
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