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एगतीसइमं अज्झयणं (चरणविही)
१२. किरियासु भूयगामेसु परमाहम्मिएसु य ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ।। १३. गाहासोलहसएहिं तहा अस्संजमम्मि य ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ १४. बंभम्मि नायज्झयणेसु ठाणेसु यसमाहिए।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छई मंडले ।। १५. एगवीसाए सबलेसु बावीसाए परीसहे ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ १६. तेवीसइ सूयगडे रूवाहिएसु सुरेसु' अ ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ १७. पणवीसभावणाहि उद्देसेसु दसाइणं ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ।। १८. अणगारगुणेहिं च पकप्पम्मि तहेव य ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ १६. पावसुयपसंगेसु मोहट्ठाणेसु चेव य । ___ जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ २०. सिद्धाइगुणजोगेसु तेत्तीसासायणासु' य ।
जे भिक्खू जयई निच्चं से न अच्छइ मंडले ॥ २१. इइ एएसु ठाणेसु जे भिक्खू जयई सया । खिप्पं से सव्वसंसारा विप्पमुच्चइ पंडिओ।।
-त्ति बेमि ॥
१. य+असमाहिए=यसमाहिए। २. देवेसु (बृपा)। ३. पणु (अ)।
४. उ (उ, ऋ, ब)। ५. गाणि (अ)।
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