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परंजंत-पंच
दसा०१०।१८. नि० १३३२५. -पउंजे द० पएसट्ठया (प्रदेशार्थ) अ० १३०,१७४ ८।४०.-पउंजेज्ज उ० २४।१३. -पउजेज्जा पएसनिप्फण्ण (प्रदेशनिष्पन्न) अ० ३७०,३७१, व०७।२३
३८६,३८७,४१३,४१४ पउंजंत (प्रयुञ्जत) नि० १३१२५ से २७
पओग (प्रयोग) उ०२६।३६, ३२१४१,४४,५७,७०, पउंजमाण (प्रयुञ्जत्) उ० २०१४५. दसा० १०।१४ ८ ३,६६. अ० २७६ पउंजित्तु (प्रयोक्तृ) दसा० ४।१२
पओगसंपदा (प्रयोगसम्पदा) दसा० ४१३,१२ पउट्ठ (प्रकोष्ठ) प० २३
पओय (पयोद) द० ७॥५२ पउत्त (प्रयुक्त) द० २६७. व. ६।१७ से ३० पओय (प्रतोद) द० ६।३६ पउम (पद्म) द०५।११४,११६. नं० गा०८. पओयण (प्रयोजन) उ० २३।३२; ३२।१०५. अ० २१६,४१७
अ० ११६,११८,१३३,१३५,१६०,१६२,२०१, पउमंग (पद्मांग) अ० २१६,४२७
२०३,३७५,३७७,३७६,३८१,३८३,३८५, पउमग (पद्मक) द० ६।६३
३६२,४०१,४१०,४२३,४२५,४३०,४३२, पउमगुम्म (पद्मगुल्म) उ० १३।१
४३७,४४०. प० २७२ पउमचुण्ण (पद्मचूर्ण) नि० ११५; ६१६
पओयलट्ठि (प्रतोदयष्टि) दसा० १०।१० पउमद्दह (पद्मद्रह) प० २४
पओयधर (प्रतोदधर) दसा० १०।१० पउमप्पभ (पद्मप्रभ) अ० २२७. १० १५५ पओस (प्रदोष) उ० ८।२; ३२।२६,३३,३६,४६, पउमप्पह (पद्मप्रभ) आ० २।२५।४।२
५२,५६,६५,७२,७८,८५,६१,६८,३४।२३ पउय (प्रयुत) अ० २१६,४१७
पिओस (प्रदूषय)-पओसए उ० २।११ पउयंग (प्रयुताङ्ग) अ० २१६,४१७
पओसकाल (प्रदोषकाल) उ० २६११६ पउमलया (पद्मलता) प० ३२,४२
पंक (पङ्क) दचू० ११७. उ० ११४८; २।१७,३६. पउमसर (पद्मसरस्) ५० ४,२०,३०
क०६।८. नि० ३१६७;४।१०५; ६७६; पउमिणी (पद्मिनी) प० ३०
७।६५; १११६२; १५॥६४,१५०; १७।६६,१२० पउमुप्पल (पद्मोत्पल) प० २५
पंकगय (पङ्कगत) नि० १८।१६,२३,२५ से २८, पउर (प्रचुर) उ० ८।१; ३२।११. नं० गा० १५. अ० ५३२
पंकजल (पङ्कजल) उ० १३॥३० पउसी (बकुसी) नि० ६।२६
पंकत्ता (पङ्कत्व) दसा० ७।२२ Vपउस्स (प्र-द्विष)-पउस्सइ उ० १५२११. पंकप्पभा (पङ्कप्रभा) अ० १८१,१८२,२८७ -पउस्से उ०४।११
पंकप्पभाय (पङ्कप्रभाज) अ० २५४ पएस (प्रदेश) उ० ३३।१८; ३६।५,६,१०. नं०
पंकबहुल (पङ्कबहुल) दसा० ६।४ २१,७०. अ० १५६,१६३,१६३,१६४,३८७,
पंकाभा (पङ्काभा) उ० ३६।१५७ ४३६,४३८,४३६,४४३,४४४,२५४,५५६,
पंकायतण (पङ्कायतन) नि० ३।७५ ५५७. क०४।२५,५।११,१२. व० ८।१.
पंख (पक्ष) उ० १४।३० नि०६।१२
पंच (पञ्चन) आ० ४।३. द० ३।११. उ० ११४७. पएस (दे०) नि १७४१३६
नं० गा० ७. अ० २१७. दसा० ७।३. प० १. पएसग्ग (प्रदेशाप्र) उ० २६।२३, ३३।१६,१७,२४ क० २।१३. व० २।२७. नि० ६७
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