________________ नामाधिकार निरूपण] [213 नक्षत्रनाम 285. से कि तं नक्खत्तणामे ? नक्खत्तणामे कत्तियाहि जाए कत्तिए कत्तिदिणे कत्तिधम्म कत्तिसम्म कत्तिदेवे कत्तिदासे कत्तिसेणे कत्तिरक्खिए / रोहिणीहिं जाए रोहिणिए रोहिणिदिन्ने रोहिणिधम्मे रोहिणिसम्मे रोहिणिदेवे रोहिणिदासे रोहिणिसेणे रोहिणिरक्खिए / एवं सब्वणक्खत्तेसु णामा भाणियव्वा / एत्थ संगणिगाहाओ कत्तिय 1 रोहिणि 2 मिगसिर 3 अद्दा 4 य पुणवसू 5 य पुस्से 6 य। तत्तो य अस्सिलेसा 7 मघाओ 8 दो फग्गुणीओ य 9-10 / / 66 / / हत्थो 11 चित्ता 12 सादी १३[य] विसाहा 14 तह य होइ अणुराहा 15 / / जेट्ठा 16 मूलो 17 पुन्बासाढा 18 तह उत्तरा 19 चेव // 7 // अभिई 20 सवण 21 धणिट्ठा 22 सतिभिसदा 23 दो य होंति भवया 24-25 / / रेवति 26 अस्सिणि 27 भरणी 28 एसा नवखत्तपरिवाडी / / 88 // से तं नक्खत्तनामे। [285 प्र.] भगवन् ! नक्षत्रनाम-नक्षत्र के आधार से स्थापित नाम का-क्या स्वरूप है ? [285 उ.] आयुष्मन् ! नक्षत्रनाम का स्वरूप इस प्रकार है कृतिका नक्षत्र में जन्मे (बालक) का कृत्तिक (कात्तिक), कृत्तिकादत्त, कृत्तिकाधर्म, कृत्तिकाशर्म, कृत्तिकादेव, कृत्तिकादास, कृतिकासेन, कृत्तिकारक्षित आदि नाम रखना / रोहिणी नक्षत्र में उत्पन्न हुए का रोहिणेय, रोहिणीदत्त, रोहिणीधर्म, रोहिणीशर्म, रोहिणीदेव, रोहिणीदास, रोहिणीसेन, रोहिणीरक्षित नाम रखना / इसी प्रकार अन्य सव नक्षत्रों में जन्मे हुओं के उन-उन नक्षत्रों के आधार से रक्खे नामों के विषय में जानना चाहिये / नक्षत्रनामों की संग्राहक गाथायें इस प्रकार हैं 1. कृत्तिका, 2. रोहिणी, 3. मृगशिरा, 4. आर्द्रा, 5. पुनर्वसु, 6. पुष्य, 7. अश्लेषा, 8. मघा, 9-10 पूर्वफाल्गुनी, उत्तरफाल्गुनी रूप दो फाल्गुनी, 11. हस्त, 12. चित्रा, 13. स्वाति, 14. विशाखा, 15. अनुराधा, 16. ज्येष्ठा, 17. मूला, 18. पूर्वाषाढा, 19. उत्तराषाढा, 20. अभिजित, 21. श्रवण, 22. धनिष्ठा, 23. शतभिष, 24-25 पूर्वाभाद्रपदा, उत्तराभाद्रपदा नामक दो भाद्रपदा, 26. रेवती, 27 अश्विनी, 28. भरिणी, यह नक्षत्रों के नामों की परिपाटी है / 86, 87, 88 इस प्रकार नक्षत्रनाम का स्वरूप है / विवेचन--सूत्र में नक्षत्रनाम का स्वरूप बतलाया है / व्यक्ति की उस-उस नक्षत्र में उत्पत्ति का बोध कराने के साथ लोकव्यवहार चलाने के लिये नक्षत्रों के आधार से नाम रख लिये जाते हैं / Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org