________________ चौतीसवाँ अध्ययन : लेश्या अध्ययन-सार अध्ययन का उपक्रम #urur urur नामद्वार वर्णद्वार रसदार गधद्वार स्पर्शद्वार परिणामद्वार लक्षणद्वार स्थानदार स्थितिद्वार गतिहार प्रायुध्यद्वार उपसंहार o-ory पैतीसवाँ अध्ययन : अनगार मार्गगति अध्ययन-मार उपक्रम संगों को जान कर त्यागे हिसादि ग्रासवों का परित्याग अनगार का निवास और गहकर्मसमारम्भ भोजन पकाने और पकवाने का निषेध क्रय-विक्रय का निषेध.. भिक्षा और भोजन की विधि पूजा-सत्कार आदि से दुर शुक्लध्याननीन. अनिदान, अकिचन : मुनि अन्तिम पागधना से दुख मुक्त मुनि छत्तीसवाँ अध्ययन : जीवाजीवविभक्ति rror अध्ययन-मार अध्ययन का उपक्रम और लाभ अजीवनिरूपण अरूपी-अजीव-निरूपण रूपी-अजीब-निरूपण जीव-निरूपण मिद्ध-जीव-निरूपरण ar mmm. ...नर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org