________________ पंचम अध्ययन : पिण्डैषणा [145 करे? मार्ग में पड़ने वाले पृथ्वी, जल, वनस्पति तथा अन्य जीवों की रक्षा कैसे करें, कौन-से घर में. कैसे प्रवेश करे ? कहाँ कैसे खडा रहे ? किससे किस प्रकार का प्राहार ले या न ले? आहार-पानी की गवेषणा कैसे करे ? भिक्षाप्राप्त आहार का संविभाग कैसे करे? भुक्तशेष या अतिरिक्त पाहार का परिष्ठापन कैसे करे ? आदि समस्त पिण्डैषणा सम्बन्धी वर्णन दोनों उद्देशकों में किया गया है। 10. दसवेयालियसुत्तं (मूलपाठ टिप्पणयुक्त) पृ. 19 से 38 तक / Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org