________________ AM CX निर्ग्रन्थ का स्त्रीत्व के लिये निदान करना निर्ग्रन्थी का पुरुषत्व के लिये निदान करना निर्ग्रन्थ-निर्ग्रन्थी द्वारा परदेवी-परिचारणा का निदान करना निर्ग्रन्थ-निर्ग्रन्थी के द्वारा स्वदेवी-परिचारणा का निदान करना निर्ग्रन्थ-निर्ग्रन्थी के द्वारा सहज दिव्यभोग का निदान करना श्रमणोपासक होने के लिये निदान करना श्रमण होने के लिये निदान करना निदान रहित की मुक्ति परिशिष्ट सारांश 103 106 108 113 117