________________ 52] [पुष्पिका [6] भगवान् गौतम ने श्रमण भगवान् महावीर से पूछा--भदन्त ! ज्योतिष्केन्द्र ज्योतिष्कराज चन्द्र की कितने काल की आयु स्थिति है ? भगवान् ने उत्तर दिया-गौतम ! एक लाख वर्ष अधिक एक पल्योपम की स्थिति कही है। इस प्रकार से हे गौतम ! उस ज्योतिष्कराजा चन्द्र ने वह दिव्य देव-ऋद्धि प्राप्त की है। 7. निक्खेवभो-तं एवं खलु जम्बू ! समणेणं जाव संपत्तेणं पुल्फियाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयम? पण्णत्ते त्ति बेमि / 11 प्रथम अध्ययन समाप्त। [7] आयुष्मन् जम्बू! इस प्रकार से यावत् मोक्षप्राप्त श्रमण भगवान् महावीर ने पूष्पिका के प्रथम अध्ययन का यह भाव निरूपण किया है, ऐसा मैं कहता हूँ। // प्रथम अध्ययन समाप्त। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org