________________ सप्तम वक्षस्कार] [321 . 163. सूर-मंडले णं भंते ! केवइ आयाम-विक्खंभेणं केवइ परिक्खेवेणं केवइयं बाहरूलेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! अडयालीसं एगसटिभाए जोअणस्स आयाम-विक्खंमेणं, तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं चउधीसं एगसद्विभाए जोअणस्स बाहल्लेणं पण्णत्ते इति / [163] भगवन् ! सूर्य-मण्डल का अायाम-लम्बाई, विस्तार-चौड़ाई, परिक्षेप-परिधि तथा बाहल्य–मोटापन-मोटाई कितनी बतलाई गई है ? गौतम ! सूर्य मण्डल की लम्बाई-चौड़ाई 46 योजन, परिधि उससे कुछ अधिक तीन गुणी२६२ योजन तथा मोटाई। योजन वतलाई गई है / मेरु से सूर्यमण्डल का अन्तर 164. जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे मंदरस्स पव्वयस्स केवइपाए प्रबाहाए सव्वन्भंतरे सूर-मंडले पण्णते? ___गोयमा ! चोप्रालीसं जोमण-सहस्साई अटु य वीसे जोप्रण-सए अबाहाए सम्वन्भंतरे सूर मंडले पण्णत्ते। जंबुद्दोवे णं भंते ! दोवे मंदरस्स पध्वयस्स केवइमाए अबाहाए सम्वन्भतराणतरे सूर-मंडले पण्णते? ___गोयमा! चोप्रालीसं जोअण-सहस्साई अट्ट य बावीसे जोपण-सए अडयालीसं च एगसट्टिभागे जोग्रणस्स प्रबाहाए अभंतराणंतरे सूर-मंडले पण्णत्ते / ___ जंबुद्दीवे गं भंते ! दीवे मंदरस्स पब्वयस्स केवइआए प्रबाहाए अभंतरतच्चे सूर-मंडले पण्णते? गोयमा चोप्रालीसं जोअण-सहस्साई अटु य पणवीसे जोप्रण-सए पणतीसं च एकदि-भागे जोश्रणस्स प्रबाहाए अभंतरतच्चे सूर-मंडले पण्णत्ते इति / एवं खलु एतेणं उवाएणं णिक्खममाणे सूरिए तयणंतरामो मंडलानो तयणंतरं मंडलं संकममाणे 2 दो दो जोषणाई अडयालीसं च एगसट्ठिभाए जोअणस्स एगमेगे मंडले प्रवाहाड्ढि अभिवद्धेमाणे 2 सव्व बाहिरं मंडलं उवसंकमित्ता चारं चरइ ति। जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे मंदरस्स पध्वयस्स केवइआए अबाहाए सव्व-बाहिरे सूर-मंडले पण्णते ? गोयमा ! पणयालीसं जोअण-सहस्साई तिणि अ तोसे जोमण-सए अबाहाए सव्व-बाहिरे सूर-मंडले पण्णते। जंबद्दीवे णं भंते ! दीवे मंदरस्स पव्ययस्स केवइयाए अबाहाए सव्व-बाहिराणंतरे सूर-मंडले पण्णते? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org