________________ सप्तम उच्छ्वासपद] 707. लंतगदेवा णं भंते ! केवतिकालस्स प्राणमंति वा जाव नीससंति वा? गोयमा ! जहणणं दसव्ह पवखाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं चोद्दसण्हं पक्खाणं जाव नीससंति वा। [707 प्र.] भगवन् ! लान्तककल्प के देव कितने काल से (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं ? [707 उ.] गौतम ! (वे) जघन्य दस पक्षों में और उत्कृष्ट चौदह पक्षों में (अन्त:स्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) निःश्वास लेते हैं / 708. महासुक्कदेवा णं भंते ! केतिकालस्स प्राणमंति वा जाव नीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं चोद्दसण्हं पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं सत्तरसण्हं पक्खाणं जावनीससंति वा। [708 प्र.] भगवन् ! महाशुक्रकल्प के देव कितने काल से (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं ? [708 उ.] गौतम ! (बे) जघन्यतः चौदह पक्षों में और उत्कृष्टतः सत्रह पक्षों में (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावन् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं / 706. सहस्सारगदेवा णं भंते ! केवतिकालस्स प्राणमंति वा जाव नीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरसण्हं पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं अट्ठारसण्हं पक्खाणं जाव नीससंति वा। [709 प्र.] भगवन् ! सहस्रारकल्प के देव कितने काल से (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) नि:श्वास लेते हैं ? [709 उ. गौतम ! (वे) जघन्य सत्रह पक्षों में और उत्कृष्ट अठारह पक्षों में (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं। 710. प्राणयदेवा गं भंते ! केवतिकालस्स जाव नोससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठारसण्हं पक्खाणं जाव नोससंति वा, उक्कोसेणं एक्कूणवीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा / [710 प्र. भगवन् ! प्रानतकल्प के देव कितने काल से (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) नि:श्वास लेते हैं ? [710 उ.] गौतम ! (वे) जघन्य अठारह पक्षों में और उत्कृष्ट उन्नीस पक्षों में (अन्त:स्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं / 711. पाणयदेवा णं भंते ! केवतिकालस्स जाव नीससंति वा ? गोयमा ! जहणणं एगूणवीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं वीसाए पक्खाणं जाब नीससंति वा। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org