________________ [प्रश्नव्याकरणसूत्र 217 15 م ع 253 به عر عر و له سه वैडूर्य मणि पक्षीविशेष हिंसा का 16 वां नाम एक प्रकार का पक्षी बांसुरी शकुन पक्षी, तीतुर शक देश या जाति धूलि तिलपापड़ी साक्षी–गवाह शकट-गाड़ी शकटव्यूह नखयुक्त पैर वाले सैकड़ों का संहार करने वाला शस्त्र-तोप शक्ति, त्रिशूल अहिंसा का ४था नाम सार्थवाह शार्दूल सिंह भाला संज्ञी-मन वाले जीव ل ه م 308] वेरुलियो वेसर वोरमण वंजुल वंस सउण सक सक्करा सक्कुलि सक्खी सगड सगड सणप्फय सयग्घि सत्ति सत्ती सत्थवाह सदूल सद्धल सण्णी सप्पि सबर सब्बल सभा समणधम्मे समचउरंससंठाण समय सम्मत्तविसुद्धमूलो सम्मदिट्टी सम्मत्ताराहणा समाहि समि समिद्धि समुग्गपक्खी सयंभू به " "Mrcurya mer Wom घी 218 248 240 शबर, भिल्ल जाति शस्त्रविशेष सभा श्रमणधर्म समचतुरस्र-चारों कोण बराबर आकृति सिद्धान्त सम्यक्त्व रूप विशुद्ध मूल वाला सम्यग्दृष्टि सम्यक्त्व की आराधना-अहिंसा का १४वां नाम समाधि-समता--अहिंसा का तीसरा नाम समिति-अहिंसा का एक नाम समृद्धि-अहिंसा का एक नाम पक्षिविशेष स्वयंभू 248 161 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org