________________ चतुर्थ अध्ययन कृष्णा महासियत सिंहनिकोलियम y E पारण पा कृष्णा देवी का महासिंहनिष्कोडित तप ७–एवं कण्हा वि / नवरं-महालयं सीहणिक्कोलियं तवोकम्म, जहेव खुड्डागं / नवरं-चोत्तीसइमं जाव नेयव्यं / 'तहेव प्रोसारेयन्वं' / एक्काए वरिसं छम्मासा अट्ठारस य दिवसा। चउण्हं छवरिसा दो मासा बारस य अहोरत्ता। सेसं जहा कालीए जाव' सिद्धा। इसी प्रकार कृष्णा रानी के विषय में भी समझना / विशेष यह कि कृष्णा ने महासिंह निष्क्रीडित तप किया। लघुसिंहनिष्क्रीडित तप से इसमें इतनी विशेषता है कि इसमें एक से लेकर 16 तक अनशन तप किया जाता है और उसी प्रकार उतारा जाता है। एक परिपाटी में एक वर्ष, छह मास और अठारह दिन लगते हैं। चारों परिपाटियों में छह वर्ष, दो मास और बारह अहोरात्र लगते हैं / विवेचन-विशेष जानकारी प्रस्तुत यंत्र से स्पष्ट होती है orlx/935 CIEEEEEEEEEEDICTIM चार परिपाटी के पारणे 244 (एक परिपाटी के पारणे 61 एक परिपाटी के तपोदिन चार परिपाटीकेतपोदिन ५वर्ग, 6 मास, दिन बार परिपाटीकाकाल 6 वर्ष, 2 मास, 12 दिन परिपाटीकाकाल १वर्ष, 6 मास, 18 दिन बर्ष, 4 मास, 17 दिन PATELLITIATITLE-EDEPERTERED 2 11 12 13 15 14 16 1. वर्ग-५, सूत्र-६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org