________________ 252] [ समवायाङ्गसूत्र सुपाव सुप्रभ सुप्रभा सुबन्धु सुभद्र सुभद्रा सुभूम सुमंगल सुमगला 233 232, 241 226 21, 233 115, 225, 236, 238, 241 सुसीमा 240 सूक्ष्म 233 सूरदेव 236, 238 सूर्यश्री 236 सूरसेना सेना 232, 238 सोम 241 सोमदत्त 232 सोमदेव 68,69,161,227,229, 238 सोमसेन 231 संकर्षण 229, 232 संभव 226 संभूत 225 संवर 229 स्वयंप्रभ 231, 241 स्वयंभू 226 स्वाति 69,135,145,160,227 हरिषेण in सुमति सुमना 340 सुमित्र सुयशा सुरूपा सुरेन्द्रदत्त 68,69,221,162,127 266 226, 239 225, 238, 239 149, 231, 236 सुव्रत 239 सुव्रता सुविधि 149, 322 30 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org