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________________ 64 62 बोधिपद 62 मोहपद 63 कर्मपद 63 मूर्छापद अाराधनापद तीर्थंकरवर्णपद पूर्ववस्तुपद समुद्रपद 68 चक्रवर्तीपद देवपद पापकर्मपद 70 पुद्गलपद स्थितिपद प्रायपद कर्मपद क्षेत्रपद पर्वतपद गुहापद कूटपद महाद्रपद महानदीपद प्रपातद्रपद महानदीपद कालचक्रपद शलाकापुरुषवंशपद शलाकापुरुषपद कालानुभावपद चन्द्र-सूर्यपद नक्षत्रपद नक्षत्रदेवपद महाग्रहपद जम्बूद्वीपवेदिकापद लवणसमुद्रपद धातकीखण्डपद पुष्करवरपद वेदिकापद इन्द्रपद विमानपद 71 तृतीय स्थान प्रथम उद्देशक 101 71 सार-संक्षेप इन्द्रपद विक्रियापद संचितपद परिचारणासूत्र 74 मैथुनप्रकारसूत्र योगसूत्र करणसूत्र 77 आयुष्यसूत्र गुप्ति-अगुस्तिसूत्र दण्डसूत्र गर्हासूत्र प्रत्याख्यानसूत्र 81 उपकारसूत्र पुरुषजातसूत्र मत्स्यसूत्र पक्षिसूत्र परिसर्पसूत्र 87 स्त्रीसूत्र पुरुषसूत्र 88 नपुंसकसूत्र 90 तिर्यग्योनिकसूत्र चतुर्थ उद्देशक 102 102 102 103 0 जीवाजीवपद कर्मपद प्रात्मनिर्याणपद क्षय-उपशमपद औपमिककालपद पापपद जीवपद मरणपद लोकपद 87 104 105 105 106 0 0 [ 55 ] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003471
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Shreechand Surana
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1981
Total Pages827
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
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