________________ परिशिष्ट : 3 'जाव' शब्द संकेतित सूत्र-सूचना 473 समग्न पाठ युक्त मूल सूत्र-संख्या जाव-पद ग्राह्य पाठ अप्पंडं जाव 324 संक्षिप्त संकेतित सूत्र 412, 455, 270 571, 624, 625. 627, 631 667 324 अप्पपाणसि जाव अप्पबीयं जाव अपाइण्णा वित्ती जाव अपुस्सुए जाब 325 अफासुयाई जाव अफासुयं. "जाव 486, 515, 518, 584 592, 563 326, 331, 360, 361, 362, 368, 366, 376, 380, 367, 402, 446, 563, 564, 560, 566, 570, 568, 603, 623, 624, 626, 627 778 416, 444 357 778 अभिहणेज्ज वा जाव अभिहणेज्ज वा जाव अमुच्छिए 4 अयबंधणाणि वा जाव असणं वा 4 असणं वा 4 जाव असत्यपरिणयं जाव असावज्ज जाव 365 357 562 166, 324 325 330 इत्यादि 367 382, 384-388 525, 527, 536, 538, 540, 542, 544, 546, 548, 375 524 510 511--514 435-441, 504 435 आइक्खह जाव आएसणाणि वा जाव आगंतारेसु वा 4 आगंतारेसु वा जाव 432 600-606, 621 610, 611, 633 353, 461, 467 600, 604, 400 366 आमज्जेज्ज वा"जाव आयरिए वा जाव इक्कड़े वा जाव ईसरे जाव 456, 633 608, 621 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org