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[जम्बूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्र
*
ब्रह्मा
वरुण
तारा-विमान में देवों की स्थिति जघन्य १), पल्योपम तथा उत्कृष्ट १/, पल्योपम होता है। ताराविमान में देवियों की स्थिति जघन्य / पल्योपम तथा उत्कृष्ट साधिक / पल्योपम होती है। नक्षत्रों के अधिष्ठातृ-देवता . २०६. ब्रह्मा विण्हू अ वसु, वरुणे अय वुड्डी पूस आस जमे।
अग्गि पयावइ सोमे, सद्दे अदिती वहस्सई सप्पे ॥१॥ पिउ भगअज्जमसविआ, तट्ठा वाऊ तहेव इंदग्गी।
मित्ते इंदे निरुई, आऊ विस्सा य बोद्धव्वे ॥२॥ [२०६] नक्षत्रों के अधिदेवता-अधिष्ठातृ-देवता इस प्रकार हैं
नक्षत्र
अधिदेवता अभिजित् श्रवण
विष्णु धनिष्ठा
वसु शतभिषक् पूर्वभाद्रपदा
अज उत्तरभाद्रपदा वृद्धि (अभिवृद्धि)
पूषा अश्विनी भरणी कृत्तिका
अग्नि रोहिणी
प्रजापति मृगशिर
सोम आर्द्रा पुनर्वसु
अदिति पुष्य अश्लेषा
सर्प
पिता पूर्वफाल्गुनी उत्तरफाल्गुनी अर्यमा हस्त चित्रा
त्वष्टा
* 3 »
रेवती
अश्व
यम
M
बृहस्पति
मघा
भग
AM
सविता