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दशविध जीवपरिणाम और उसके भेद-प्रभेद नैरयिकों में दशविध परिणामों की प्ररूपणा
असुरकुमारादि भवनवासियों की परिणामसंबंधी प्ररूपणा
एकेन्द्रिय से तिर्यचपंचेन्द्रिय जीवों तक के परिणाम की प्ररूपणा मनुष्यों की परिणामसम्बन्धी प्ररूपणा
वाणव्यन्तर,
. ज्योतिष्क और वैमानिक देवों की परिणामसम्बन्धी प्ररूपणा अजीव परिणाम और उसके भेद-प्रभेदों की प्ररूपणा
चौदहवाँ कषायपद
प्राथमिक
कषाय और उसके चार प्रकार
चौबीस दण्डकों में कषाय की प्ररूपणा
कषायों की उत्पत्ति के चार-चार कारण
कषायों के भेद-प्रभेद
कषायों से अष्ट कर्मप्रकृतियों के चयादि की प्ररूपणा
प्रथम उद्देश
प्राथमिक
प्रथम उद्देशक के चौवीस द्वार इन्द्रियों की संख्या
प्रथम संस्थानद्वार
पन्द्रहवाँ इन्द्रियपद
द्वितीय-तृतीय बाहल्य-पृथुत्वद्वार अवगाहनादि की दृष्टि से अल्पबहुत्वद्वार
चौवीस दंडकों में संस्थानादि छह द्वारों की प्ररूपणा
सप्तम अष्टम स्पृष्ट एवं प्रविष्ट द्वार
नौवां विषय (परिमाण) द्वार
दसवाँ अनगारद्वार
ग्यारहवाँ आहारद्वार
बारहवें आदर्शद्वार से अठारहवें वसाद्वार तक की प्ररूपणा
उन्नीसवाँ - बीसवाँ कम्बलद्वार - स्थूणाद्वार
इक्कीस-बाईस - तेईस - चौवीसवाँ - थिग्गल-द्वीपोदधि-लोक- अलोकद्वार
द्वितीय उद्देशक के बाहर द्वार
प्रथम इन्द्रियोपचयद्वार
द्वितीय तृतीय निर्वर्त्तनसमयद्वार
चतुर्थ - पंचम - षष्ठ लब्धिद्वार, उपयोगद्वार - उपयोगाद्धाद्वार
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