________________
५२६]
[प्रज्ञापना सूत्र गोयमा! जहण्णेणं अट्ठावीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं एगूणतीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा।
[७२० प्र.] भगवन् ! उपरितन-अधस्तनौवेयक देव कितने काल से (आन्तरिक) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) निःश्वास लेते हैं ?
[७२० उ.] गौतम! (वे) जघन्यतः अट्ठाईस पक्षों में और उत्कृष्टतः उनतीस पक्षों में (अन्तः स्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) नि:श्वास लेते हैं।
७२१. उवरिममज्झिमगेवेजगा णं भंते! देवा केवतिकालस्स जाव नीससंति वा ?
गोयमा! जहणणेणं एगूणतीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं तीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा।
[७२१ प्र.] भगवन् ! उपरितन-मध्यमग्रैवेयक देव कितने काल से (आन्तरिक) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) निःश्वास लेते हैं ?
[७२१ उ.] गौतम! (वे) जघन्यतः उनतीस पक्षों में और उत्कृष्टतः तीस पक्षों में (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) निःश्वास लेते हैं।
७२२. उवरिमउवरिमगेवेजगा णं भंते! देवा केवतिकालस्स जाव नीससंति वा ?
गोयमा! जहण्णेणं तीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं एक्कतीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा।
- [७२२ प्र.] भगवन् ! उपरितन-उपरितनग्रैवेयक देव कितने काल से (आन्तरिक) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) नि:श्वास लेते हैं ?
[७२२ उ.] गौतम! (वे) जघन्यतः तीस पक्षों में और उत्कृष्टतः इकतीस पक्षों में (अन्तःस्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) नि:श्वास लेते हैं।
७२३. विजय-वेजयंत-जयंताऽपराजितविमाणेसु णं भंते! देवा केवतिकालस्स जाव नीससंति वा? ____गोयमा! जहण्णेणं एक्कतीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा, उक्कोसेणं तेत्तीसाए पक्खाणं जाव नीससंति वा।
[७२३ प्र.] भगवन् ! विजय, वैजयन्त, जयन्त और अपराजित विमानों के देव कितने काल से (आन्तरिक) उच्छ्वास यावत् (बाह्य) निःश्वास लेते हैं ?
[७२३ उ.] गौतम! (वे) जघन्यतः इकतीस पक्षों में और उत्कृष्टतः तेतीस पक्षों में (अन्त:स्फुरित) उच्छ्वास यावत् (बाह्यस्फुरित) नि:श्वास लेते हैं।
७२४. सव्वट्ठसिद्धगदेवा णं भंते! केवतिकालस्स जाव नीससंति वा ?