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________________ ५०८] [ प्रज्ञापना सूत्र [६] एवं आउ-वणस्सतीसु वि भाणितव्वं । ___ [६६८-६] इसी प्रकार अप्कायिकों और वनस्पतिकायिकों में (उत्पत्ति के विषय में) भी कहना चाहिए। [७] पंचेंदियतिरिक्खजोणिय-मणूसेसू य जहा नेरइयाणं उव्वट्टणा सम्मुच्छिमवजा तहा भाणितव्वा। [६६८-७] पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिकों और मनुष्यों में (असुरकुमारों की उत्पत्ति के विषय में) उसी प्रकार कहना चाहिए, जिस प्रकार सम्मूछिम को छोड़कर नैरयिकों की उद्वर्त्तना कही है। [८] एवं जाव थणियकुमारा। [६६८-८] इसी प्रकार (असुरकुमारों की तरह) स्तनितकुमारों तक की उद्वर्तना समझ लेनी चाहिए। ६६९. [१] पुढविकाइया णं भंते! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति ? कहिं उववजंति ? किं नेरइएसु जाव देवेसु ? गोयमा ! नो नेरइएसु उववजंति, तिरिक्खजोणिय-मणूसेसु उववजंति, नो देवेसु । [६६९-१ प्र.] भगवन् ! पृथ्वीकायिक जीव सीधे निकल कर (अनन्तर उद्वर्तन करके) कहाँ जाते हैं? कहाँ उत्पन्न होते हैं? क्या वे नारकों में यावत् देवों में उत्पन्न होते हैं ? [६६९-१ उ.] गौतम! (वे) नैरयिकों में उत्पन्न नहीं होते, (किन्तु) तिर्यञ्चयोनिकों और मनुष्यों में उत्पन्न होते हैं, देवों में उत्पन्न नहीं होते हैं। [२] एवं जहा एतेसिं चेव उववाओ तहा उव्वट्टणा वि' भाणितव्वा । [६६९-२] इसी प्रकार जैसा इनका उपपात कहा है, वैसी ही इनकी उद्वर्त्तना भी (देवों को छोड़कर) कहनी चाहिए। ६७०. एवं आउ-वणस्सइ-बेइंदिय-तेइंदिय-चउरेंदिया वि । [६७०] इसी प्रकार अप्कायिक, वनस्पतिकायिक, द्वीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय और चतुरिन्द्रियों (की भी उद्वर्तना कहनी चाहिए। ६७१. एवं तेऊ वाऊ वि। णवरं मणुस्सवजेसु उववजंति । __[६७१] इसी प्रकार तेजस्कायिक और वायुकायिक की भी, उद्वर्त्तना कहनी चाहिए। विशेष यह है कि (वे) मनुष्यों को छोड़कर उत्पन्न होते हैं। ६७२. [१] पंचेंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति कहिं उववजंति ? किं नेरइएसु जाव देवेसु ? १. पाठान्तर 'देव-वज्जा' यह अधिक पाठ किसी-किसी प्रति में है।
SR No.003456
Book TitleAgam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 01 Stahanakvasi
Original Sutra AuthorShyamacharya
AuthorMadhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1983
Total Pages572
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_pragyapana
File Size12 MB
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