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________________ अनुक्रमणिका तृतीय प्रतिपत्ति १-१२२ » » 9. लवणसमुद्र की वक्तव्यता जलवृद्धि का कारण लवणशिखा की वक्तव्यता गौतमद्वीप का वर्णन जम्बूद्वीपगत चन्द्रद्वीपों का वर्णन धातकीखंडद्वीपगत चन्द्रद्वीपों का वर्णन कालोदधिसमुद्रगत चन्द्रद्वीपों का वर्णन देवद्वीपादि में विशेषता स्वयंभूरमणद्वीपगत चन्द्र-सूर्यद्वीप गोतीर्थ-प्रतिपादन धातकीखंड की वक्तव्यता कालोदसमुद्र की वक्तव्यता पुष्करवरद्वीप की वक्तव्यता मानुषोत्तरपर्वत की वक्तव्यता समयक्षेत्र (मनुष्यक्षेत्र) का वर्णन पुष्करोदसमुद्र की वक्तव्यता क्षीरवरद्वीप और क्षीरोदसमुद्र घृतवर, घृतोद, क्षोदवर, क्षोदोद की वक्तव्यता नन्दीश्वरद्वीप की वक्तव्यता अरुणद्वीप का कथन जम्बूद्वीप आदि नाम वाले द्वीपों की संख्या समुद्रों के उदकों का आस्वाद इन्द्रिय पुद्गल परिणाम देवशक्ति संबंधी प्रश्नोत्तर ज्योतिष्क चन्द्र-सूर्याधिकार वैमानिक-वक्तव्यता परिषदों और स्थिति आदि का वर्णन बाहल्य आदि प्रतिपादन अवधिक्षेत्रादि प्ररूपण सामान्यतया भवस्थिति आदि का वर्णन 4MMMMMM 83,358242324 [१३
SR No.003455
Book TitleAgam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 02 Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Rajendramuni, Shobhachad Bharilla
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1991
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_jivajivabhigam
File Size5 MB
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