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द्वितीय प्रतिपत्ति : नवविध अल्पबहुत्व]
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भरहेरवत कम्मभूमग मणुस्सित्थियाओ दो वि संखेज्जगुणाओ। पुव्वविदेह-अवरविदेह कम्मभूमग मणुस्सपुरिसा दो वि संखेज्जगुणा, पुव्वविदेह-अवरविदेह कम्मभूमग मणुस्सित्थियाओ दो वि संखेज्जगुणाओ, अंतरदीवग मणुस्सणपुंसका असंखेज्जगुणा, देवकुरु-उत्तरकुरु अकम्मभूमगमणुस्स नपुंसका दो वि संखेज्जगुणा, तहेव जाव पुव्वविदेह कम्मभूमक मणुस्सणपुंसका दो वि संखेज्जगुणा।
[८] एतासिं णं भंते ! देवित्थीणं भवणवासिणीणं वाणमंतरिणीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीणं; देवपुरिसाणं भवणवासीणं जाव वेमाणियाणं सोहम्मकाणं जाव गेवेज्जकाणं अणुत्तरोववाइयाणं,णेरइयणपुंसकाणं रयप्पभापुढविणेरइयणपुंसगाणं जाव अहेसत्तमपुढवि नेरइयाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?
- गोयमा ! सव्वत्थोवा अणुत्तरोववाइयदेव पुरिसा, उवरिम गेवेग्जदेव पुरिसा संखेज्जगुणा, तं चेव जाव आणए. कप्पे देवपुरिसा संखेज्जगुणा;
अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइय णपुंसका असंखेज्जगुणा, छट्ठीए पुढवीए णेरइय नपुंसका असंखेजगुणा, सहस्सारे कप्पे देव पुरिसा असंखेज्जगुणा, महासुक्के कप्पे देवा असंखेज्जगुणा, पंचमाए पुढवीए णेरइय णपुंसका असंखेज्जगुणा, लंतए कप्पे देवा असंखेज्जगुणा, चउत्थीए पुढवीए नेरइया असंखेज्जगुणा, बंभलोए कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, तच्चाए पुढवीए नेरइया असंखेज्जगुणा, माहिंदे कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, सणंकुमारे कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, दोच्चाए पुढवीए नेरइया असंखेज्जगुणा, . ईसाणे कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, ईसाणे कप्पे देवित्थियाओ संखेजगुणाओ, सोहम्मे कप्पे देवपुरिसा संखेज्जगुणाओ, सोहम्मे कप्पे देवित्थियाओ संखेज्जगुणाओ, भवणवासि देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, भवणवासि देवित्थियाओ संखेज्जगुणाओ, इमीसे रयप्पभापुढवीए नेरइया असंखेजगुणा,