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________________ विषय चम्पानगरी पूर्णभद्र चैत्य वन-खण्ड पादप अशोक वृक्ष शिलापट्टक चम्पाधिपति कूणिक राजमहिषी धारिणी कूणिक का दरबार भगवान् महावीर : पदार्पण प्रवृत्तिव्याप्त द्वारा सूचना कूणिक द्वारा भगवान् का परोक्ष वन्दन भगवान् का चम्पा में आगमन भगवान् के अन्तेवासी ज्ञानी : शक्तिधर : तपस्वी रत्नावली तप कनकावली तप एकावली तप लघुसिंहनिष्क्रीडित तप महासिंहनिष्क्रीडित तप भद्रप्रतिमा महाभद्रप्रतिमा सर्वतोभद्रप्रतिमा लघुसर्वतोभद्रप्रतिमा महासर्वतोभद्रप्रतिमा आयंबिल वर्धमान भिक्षुप्रतिमा अहोरात्रिभिक्षुप्रतिमा एकरात्रिक भिक्षुप्रतिमा सप्त सप्तमिका भिक्षुप्रतिमा अनुक्रम पृष्ठ विषय ३ लघुमोकप्रतिमा ४ यवमध्यचन्द्रप्रतिमा ८ वज्रमध्यचन्द्रप्रतिमा ८ स्थविरों के गुण .९ गुणसम्पन्न अनगार १२ तप का विवेचन १३ प्रतिसंलीनता १४ योगप्रतिसंलीनता १५ प्रायश्चित्त १५ विनय-भेद-प्रभेद १९ आचार्य २१ उपाध्याय २३ स्थविर २३ ध्यान २४ व्युत्सर्ग २७ अनगारों द्वारा उत्कृष्ट धर्मसाधना २८ भगवान् की सेवा में असुरकुमार देवों २९ का आगमन ३० शेष भवनवासी देवों का आगमन ३१ व्यन्तरदेवों का आगमन ३२ ज्योतिष्क देवों का आगमन ३२ वैमानिक देवों का आगमन ३२ जन-समुदाय द्वारा भगवान् का वन्दन ३३ महाराज कूणिक को सूचना ३४ दर्शन-वन्दन की तैयारी प्रस्थान ३७ दर्शन-लाभ ४० रानियों का सपरिजन आगमन : वन्दन ४० भगवान् द्वारा धर्म-देशना ४० परिषद्-विसर्जन [३८]
SR No.003452
Book TitleAgam 12 Upang 01 Auppatik Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Kanhaiyalal Maharaj, Devendramuni, Ratanmuni
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1992
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Principle, & agam_aupapatik
File Size17 MB
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