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________________ पच्चीसवाँ शतक : उद्देशक - ४] [ ३२७ [२-२ प्र.] भगवन् ! ऐसा किस कारण से कहा जाता है कि नैरयिकों में चार युग्म होते हैं, यथाकृतयुग्म इत्यादि । [२-२ उ.] वही पूर्वोक्त कारण यहाँ कहना चाहिए । ३. एवं जाव वाउकाइयाणं । [३] इसी प्रकार यावत् वायुकायिक पर्यन्त जानना । ४. [१] वणस्सतिकाइयाणं भंते ! ० पुच्छा । गोयमा ! वणस्सतिकाइया सिय कडजुम्मा, सिय तेयोया, सिय दावरजुम्मा, सिय कलियोगा ? [४-१ प्र.] भगवन् ! वनस्पतिकायिकों में कितने युग्म कहे हैं ? [४-१ उ.] गौतम ! वनस्पतिकायिक कदाचित् कृतयुग्म होते हैं, कदाचित् त्र्योज होते हैं, कदाचित् द्वापरयुग्म और कदाचित् कल्योज होते हैं। [२] से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्च — वणस्सइकाइया जाव कलियोगा ? गोयमा ! उववायं पडुच्च, से तेणद्वेणं० तं चेव । [४-२ प्र.] भगवन् ! ऐसा क्यों कहते हैं कि वनस्पतिकायिक कदाचित् कृतयुग्म यावत् कल्योज होते हैं ? [४-२ उ.] गौतम ! उपपात (जन्म) की अपेक्षा ऐसा कहा है कि वनस्पतिकायिक कदाचित् कृतयुग्म यावत् कदाचित् कल्योज होते हैं । ५. बेंदियाणं जहा नेरतियाणं । [५] द्वीन्द्रिय जीवों की वक्तव्यता नैरयिकों के समान है। ६. एवं जाव वेमाणियाणं । [६] इसी प्रकार (त्रीन्द्रिय से लेकर) यावत् वैमानिक तक कहना चाहिए। ७. सिद्धाणं जहा वणस्सतिकाइयाणं । [७] सिद्धों का कथन वनस्पतिकायिकों के समान है। विवेचन — निष्कर्ष और कारण - वनस्पतिकायिकों और सिद्धों को छोड़कर शेष सर्व जीवों में कृतयुग्म आदि चारों युग्म पाये जाते हैं । वनस्पतिकायिक जीव अनन्त हैं, इसलिए वे स्वाभाविक रूप से कृतयुग्म ही होते हैं । तथापि दूसरी गति से आकर उनमें एक-दो इत्यादि जीव उत्पन्न होते हैं, इसलिए वे जीव कृतयुग्म आदि चारों राशि रूप कहे गए हैं। इसी कारण से यहाँ कहा गया है कि "वणस्सइकाइया सियकडजुम्मा उववायं पडुच्च" । यद्यपि वनस्पतिकायिक जीव मरण की अपेक्षा भी कृतयुग्मादि चारों राशि रूप होते हैं, किन्तु उसकी यहाँ विवक्षा नहीं की है। १. (क) वियाहपण्णत्तिसुत्तं भा. २ ( मू. पा. टि.), पृ. ९८८ (ख) भगवती. अ. वृत्ति, पत्र ८७३
SR No.003445
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapati Sutra Part 04 Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1986
Total Pages914
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_bhagwati
File Size17 MB
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