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व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र
[५ उ.] गौतम! यह समर्थ नहीं है।
६. सिय भंते ! नेरइया महस्सवा अप्पकिरिया महावेदणा अप्पनिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे ६ ।
[६ प्र.] भगवन् ! क्या नैरयिक महास्रव, अल्पक्रिया, महावेदना तथा अल्पनिर्जरा वाले होते हैं ?
[६ उ.] यह अर्थ समर्थ नहीं है।
७. सिय भंते ! नेरइया महस्सवा अप्पकिरियां अप्पवेदणा महानिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे ७ ।
[७ प्र.] भगवन्! क्या नैरयिक, महास्रव, अल्पक्रिया, अल्पवेदना एवं महानिर्जरा वाले होते हैं ?
[७ उ.] गौतम! यह अर्थ समर्थ नहीं है ।
८. सिय भंते ! नेरतिया महस्सवा अप्पकिरिया अप्पवेदणा अप्पनिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे ८ ।
[८ प्र.] भगवन्! क्या नैरयिक महास्रव, अल्पक्रिया, अल्पवेदना और अल्पनिर्जरा वाले होते हैं ?
[८ उ.] गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
९. सिय भंते! नेरइया अप्पस्सवा महाकिरिया महावेदणा महानिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे ९ ।
[९ प्र.] भगवन्! क्या नैरयिक अल्पास्रव, महाक्रिया, महावेदना और अल्पनिर्जरा वाले हैं ?
[९ उ.] गौतम! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
१०. सिय भंते ! नेरइया अप्पस्सवा महाकिरिया महावेदणा अप्पनिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे १० ।
[१० प्र.] भगवन् ! क्या नैरयिक अल्पास्त्रव, महाक्रिया, महावेदना और अल्पनिर्जरा वाले हैं ?
[१० उ. ] गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
११. सिय भंते ! नेरइया अप्पस्सवा महाकिरिया अप्पवेयणा महानिज्जरा ?
नो इणट्ठे समट्ठे ११ ।
[११ प्र.] भगवन्! क्या नैरयिक अल्पास्रव, महाक्रिया, अल्पवेदना और महानिर्जरा वाले हैं ? [११ उ.] गौतम! यह अर्थ समर्थ नहीं है।