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________________ विषयानुक्रम w 682086230. प्रथम स्थान अस्तित्वसूत्र प्रकीर्णकसूत्र पुद्गलसूत्र अष्टादश पाप-पद अष्टादश पापविरमणपद अवसर्पिणी-उत्सर्पिणीपद वर्गणासूत्र भव्य-अभव्यसिद्धिक पद दृष्टिपद कृष्ण-शुक्लपाक्षिकपद लेश्यापद सिद्धपद पुद्गलपद जम्बूद्वीपपद महावीरनिर्वाणपद देवपद नक्षत्रपद पुद्गल-पद द्वितीय स्थान प्रथम उद्देशक सार : संक्षेप द्विपदावतारपद क्रियापद गर्हापद प्रत्याख्यानपद विद्या-चरणपद आरंभ-परिग्रह-अपरित्यागपद आरंभ-परिग्रह-परित्याग-पद श्रवण-समधिगमपद समा (कालचक्र) पद उन्मादपद दण्डपद दर्शनपद ४ ज्ञानपद ८ धर्मपद संयमपद जीवनिकायपद द्रव्यपद (स्थावर) जीवनिकायपद द्रव्यपद जीवनिकायपद द्रव्यपद शरीरपद कायपद १८ दिशाद्विक-करणीयपद द्वितीय उद्देशक वेदनापद गति-आगतिपद दण्डक-मार्गणापद अधोअवधिज्ञान-दर्शनपद देशतः-सर्वतः श्रवणादिपद शरीरपद तृतीय उद्देशक शब्दपद पुद्गलपद इन्द्रियविषयपद आचारपद प्रतिमापद सामायिकपद जन्म-मरणपद गर्भस्थपद ५४ ३४ स्थितिपद ३५ आयुपद
SR No.003440
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthananga Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Shreechand Surana
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1981
Total Pages827
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Dictionary, & agam_sthanang
File Size16 MB
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