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पश्चिमी भारत की यात्रा कि देश और काल का अन्तर अच्छे प्रजाजनों को 'उस महनीयता को नहीं भुलाता जो राजा में निहित होती है।' यदि मुझे उस समय ध्यान पाता तो मैं उन्हें यह अवश्य कह देता कि हमारे प्राचीन अच्छे राजा के प्रति, विशेषतः विदेश में, सम्मान प्रकट करना हमारी आदत बन गई थी और यह मेरे समकालीन एवं समवयस्क प्रत्येक अंग्रेज की जातीय भावना का अंग था और राजा की सालगिरह इंगलैण्ड में प्रत्येक युवक के लिए त्यौहार का दिन होता है । . विविध-वस्तु-संग्रहालय (किरकिरीखाने) में एक बढ़िया अरगन बाजा था जिसके एक ओर तो कामदार पाइप [स्वरनालिकाएं] थीं और दूसरी ओर सुन्दर कारीगरी का काम था, जिसमें एक सुरीली घड़ी लगी हुई थी और उसमें जल-प्रपात एवं समुद्र के दृश्य बनाए गए थे; हाशिए पर पसियस (Perseus) और एण्ड्रोमीडा (Andromeda) की गाथा' चित्रित थी, जिसमें अश्वारोही पसियस ने एक समुद्री राक्षस अथवा दानव के द्वारा एक कुमारी को समूची निगल जाने से बचाया था। यह बाजा भूतपूर्व मराठा सरदार के पास था
और उसने इसके लिए चार हजार पौण्ड खर्च किए थे; परन्तु, यह ठाकुर बड़े गर्व के साथ कहता था कि जब पेशवा का बचा-खुचा सामान बिका तो उसने इसे उपयुक्त कीमत के दशमांस में ही खरीद लिया। ऐसी ही कारीगरी की चीजों को देख कर यहाँ के लोग हमारो उच्चस्तरीय योग्यता एवं ज्ञान के विषय में धारणा बनाते हैं। पूर्व के देशों में यात्रा करने वाले के पास अपने देश के प्रदर्शनीय यन्त्रों के जखीरे से बढ़ कर और 'प्रवेश-पत्र' नहीं हो सकता। मेरे पास भी एक 'जादू की लालटेन' थी, जिसके साथ कुछ आकाशीय दृश्य दिखाने
'पसियस (Perseus) ग्रीक पौराणिक गाथा का वीर था, जिसने ईथोपिया के राजा सीफियस
(Cepheus) की पुत्री एण्डोमीडा (Andromeda) को एक समुद्री दैत्य से बचाया था। बात यह थी कि सीफियस की पत्नी ने यह घोषणा कर दी कि वह जलपरियों से भी अधिक सुन्दर थी। परियां नाराज़ हो गई और झगड़े में समुद्र के देवता पोसीडोन (Poseidon) ने जल देवियों का पक्ष ले कर एक जल-राक्षस को सीफियस के राज्य में मनुष्यों और पशुओं का भक्षण करने के लिए भेज दिया। जब पसियस अपने वीरअभियान के प्रसंग में वहां पहुंचा तो कुमारी एण्ड्रोमीडा को एक चट्टान से बंधी हुई देखी। प्रथम-दृष्टि में ही उनका प्रेम हो गया और परिणामतः विवाह हुमा। पसियस और जल-राक्षस के युद्ध को बेबिलोन के लोग सूर्य देवता (मेरोडाच Merodach) और अन्धकार की शक्ति के संघर्ष का भी प्रतीक मानते हैं । यह गाथा भनेक चित्रों का विषय बन गई थी। Encyclopedia of Mythology; Robert Graves p. 201.---Encyclopedia of Religion and Ethics, Vol; V p. 609.
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