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________________ प्रकरण – ११; मेहराब के नमूने [ २३६ राष्ट्रीयकरण कर लेते थे। मैंने अन्यत्र' यह भी प्रकट किया है कि पाठवीं शताब्दी में ही इसलाम के बाजू सिन्ध और एब्रो (Ebro) तक फैल चुके थे; परन्तु अरबों ने यह मेहराब काटना या तोरण बनाना सीखा कहाँ से ? स्पेन में विसिगॉय' (Visigoth) से नहीं और न प्राचीन ग्रोक और पारसी मठोठदार इमारतों से; न रेगिस्तान में टेडमोर (Tadmor)" से, न पर्सीपोलिस (Persepolis)* से, न हारू से, न हालिब (Haleb) से। तब क्या उन्होंने ही इसका आविष्कार किया और योरप भर में प्रचार कर दिया अथवा उन्होंने हिन्दू-शिल्पियों से इसका ज्ञान प्राप्त किया जिनका विविग्रस (Vitruvius)' उस समय भी विद्यमान था जब कि उनके रोम्युलस (Romulus) का जन्म भी नहीं हुआ था ? एक बात पक्की है, जिसका हमें पूर्ण विश्वास है और वह यह कि इस मेहराब को बनाने वाला कारीगर हिन्दू था और इसके सभी अलङ्करण विशुद्ध हिन्दू हैं; यदि अरबों का इससे कोई सम्बन्ध है भी तो वह प्रकार मात्र का है। परन्तु, क्या सम्भावना-मात्र पर हम इतना विश्वास कर लें? हम जानते हैं कि मुसलमानों ने पाटण पर कभी राज्य नहीं किया ? जब टॉक जाति ने गुजरात पर अधिकार पाया तो उन्होंने तुरन्त हो राजधानी को स्थानान्तरित कर दिया था। ' देखिए 'राजस्थान का इतिहास' जि. १., पृ. २४३ । २ स्पेन की ३४० मील लम्बी नदी। पूर्वीय शाखा की जर्मन (ट्य टॉनिक) जाति जो अब निःशेष हो गई। * इसका ग्रीकनाम पामीरा (Palmyra) है। यह नगर सीरिया रेगिस्तान के मध्य में स्थित है । वहाँ एक सूर्य-मन्दिर भी है । इसका 'टॅडमोर' नाम मोल्ड 'टेस्टामेण्ट' में मिलता है। ५ पारसी साम्राज्य की प्राचीन राजधानी जो प्राधुनिक सीराज के समीप थी । इस नगर को थाया (Thais) नाम की गणिका के कहने से नशे की झोंक में सिकन्दर ने नष्ट कर दिया था। अनातोले फ्रांस ने सम्भवतः इसी थाया को अपने प्रसिद्ध उपन्यास 'थाया' में चित्रित किया है। ___ इस घटना का उल्लेख ड्राइडॅन (Dryden) के गीत-मुक्तक 'Alexander's feast' में भी हुआ है। The Oxford Companion to English Literature -Harvey; pp. 299, 608, 778. सुप्रसिद्ध पोलेण्ड के बादशाह मॉगस्टस (1670 - 1733 A.D.) का शिल्पकार और ___ 'de Architectura' का कर्ता। ७ रेमस (Remus) भोर रोम्यूलस दोनों भाई रोम के संस्थापक थे। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003433
Book TitlePaschimi Bharat ki Yatra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJames Taud, Gopalnarayan Bahura
PublisherRajasthan Puratan Granthmala
Publication Year1996
Total Pages712
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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