SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 283
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १६० ] पश्चिमी भारत की यात्रा तत्कालोन इतिहासों को उठा कर देखिए; ह्य म' (Hume), हैलॅम (Hallam) और वरनॅट (Vernet) आदि को बड़ी-बड़ी वर्णनात्मक इमारतों के आधार विवरणात्मक हैं अथवा शास्त्रीय ? इसलिए, इस धारणा को हम उन्हीं लोगों को अनुभवशून्यता का उपशमन करने के लिए छोड़ देते हैं कि जिनको शोध एक संकुचित क्षेत्र में ही सीमित है और (उनके मत को) अस्वीकार न करने की दशा में ही उनकी खोज-पिपासा शान्त होती रहती है । मैं फिर कहूँगा कि इस प्रकार के अर्थहीन अनुमान लगाने में प्रवृत्त होने से पहले हमें जैसलमेर और अणहिलवाड़ा के जैन-ग्रन्थ-भण्डारों और राजपूताना के राजाओं तथा ठिकानेदारों के अनेक निजी संग्रहों का अवलोकन कर लेना चाहिए । अस्तु, अब हम अणहिलवाड़ा के तिहास में आगे चलते हैं। ___"गुजरात में एक बद्यार (Budyar बढ़ियार) नामक स्थल है जिसकी राजधानी पञ्चासर है। वहीं एक दिन शकुनों की तलाश में जंगल में घूमते हए सालिग सूरि [शीलगुण : आचार्य ने कपड़े में लिपटे हुए एक शिशु को पेड़ पर लटकते हुए पाया; पास ही एक स्त्री बैठी थी जो उसकी माँ थी। पूछने पर उस स्त्री ने बताया कि वह गुजरात के राजा की विधवा थी और किसी आक्रमणकारी ने उसके स्वामी को मार कर राजधानी को नष्ट कर दिया था। उसने यह भी बताया कि उस जनसंहार से वह किसी तरह बच निकली ' David Hume (१७११-१७७६ ई०) ग्रेट ब्रिटेन के महान् दार्शनिक, इतिहासकार और राजनैतिक अर्थशास्त्री के रूप में प्रसिद्ध है । उसकी कृतियों में (1) A Treatise on Human nature, (2) Essays Moral, Social and Political, (3) Inquiry into the Principles of Morals; (4) Political Discourses और (5) History of England मुख्य हैं। __N.S.E., p. 662 २ Henry Hallam (१७७७-१८५६ ई०) इंगलैण्ड का प्रसिद्ध इतिहासलेखक और साहित्यकार था। उसे प्रायः दार्शनिक इतिहासकार कहते हैं। उसकी प्रसिद्ध कृतियाँ(1) The View of the State of Europe during the Middle Ages, (2) Constitutional History of England att (3) Introduction to the Literature of Europe in the I sth, 16th and 17th Centuries हैं। N.S.E., p. 601 • Vernet वरनैट-नाम के तीन विख्यात चित्रकार फ्रांस में १८वीं शताब्दी में हुए हैं। N.S.E., p.1262 ४ संस्कृत-'वृद्धिपथिका। ५ 'रत्नमाला' के अनुसार कल्याण का राजा भूवद, भूयड़ अथवा भूयगड़ देव । परन्तु, कल्याण के भूवड़ का पंचासरके जयशेखर चावड़ा का समकालीन होना इतिहासमान्य नहीं है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003433
Book TitlePaschimi Bharat ki Yatra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJames Taud, Gopalnarayan Bahura
PublisherRajasthan Puratan Granthmala
Publication Year1996
Total Pages712
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy