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श्रीमती विमलादेवी ने सन् ७८ में ११ दिन की, ८० में १५ दिन की, ८२ में ३० दिन ( मासखमण ) तथा ८४ में १४ दिन की लम्बी तपस्याएँ की हैं । गत वर्ष आपने १६-४-८८ को हस्तिनापुर में वर्षीतप का पारणा किया है । इस प्रकार दान सेवा - तप आराधना के क्षेत्र में गतिशील यह परिवार प्रगति के पथ पर निरन्तर बढ़ता रहे, यही हमारी शुभकामना है ।
- वीरेन्द्रकुमार सकलेचा, एम० ए० आगरा
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