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प्रेरणा और स्वप्न
भूत हो गया भूत, भूत कोबस पीछे ही रहने दो। आगे एक भविष्य भाव कीधारा ही को बहने दो ॥ लो अतीत से भव्य प्रेरणा, देखो, वर भविष्य के सपने । वर्तमान में रहो कर्मरत, पूर्ण करो सब सपने अपने ॥ वीर, तुम्हारे श्री चरणों में, कोटी - कोटी वन्दन अर्पित । जन - कल्याणी नव शुभ वाणी, रहे विश्व में अनुगु जित ॥
KHADITH
HEMATLATION
प्रेरणा और स्वप्न :
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