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________________ २० ] मात्रा संख्या प्रस्तार विपरीत प्रस्तार ।। ऽ। SSII ।।। ऽ। 5 15 1 । ऽ ऽ । IIIIS SIIS ISIS IISS SSS रघुवरजसप्रकास मात्रा संख्या विपरीत के प्रकारांतर प्रस्तार 1111 ।।5।। ऽ ऽ । । ।।।5। SISI ISSI ।।।।ऽ SIIS ISIS ।। ऽ ऽ SSS Jain Education International मात्रा संख्या स्थान विपरीत कड़ौट फेर प्रस्तार " ।।।।ऽ ।।। ऽ। ।। ऽ।। IISS । 5 ।।। ISIS 1 55 1 ऽ ।।।। SIIS SISI SSII SS S मात्रा संख्या स्थांन विपरीत प्रकारांतर कड़ौट फेर नीचा सूं ऊंचो लिख्यौ जाय सो प्रस्तार 1111 कौट-पंक्ति के उलटने की क्रिया या भाव। ६४. सू - सीधा । विध-विधि । श्रभीत-निर्भय । दोयां दोनोंका । ६५. मांझ-मध्य | ।।।15 मात्रा संख्या विपरीत संख्या विपरीतकौ प्रकारांतर ज्यौं दोयांईकौ उदछु । दूहौ For Private & Personal Use Only ।।। ऽ। ।। 5 ।। IISS सुधै कमदै अंक सिर, विध संख्या विपरीत । गुरु सिर अंकां एक विध, भेद उदिस्ट अभीत ॥ ६४ अथ मात्रा संख्या विपरीत हर संख्या विपरीतकौ प्रकारांतर यां दोयां कोई नस्ट कहूं छू । चौपई 151 ।। ISIS ISSI ऽ ।।।। SIIS SISI SS11 SSS नस्ट संख्य विपरीत निदान, मत्त सीस कम अंक मांन । पूछया भेद मांझ घट एक, बाकी रहै सगुरु कर देख ॥। ६५ www.jainelibrary.org
SR No.003420
Book TitleRaghuvarjasa Prakasa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages402
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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