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उत्तराध्ययन सूत्र
मुनि चले जाते हैं। और धर्म साधना करते हुए अन्त में सर्वोत्तम सिद्धि गति को प्राप्त करते हैं। और ब्रह्मदत्त अशुभ कार्यों के कारण सर्वाधिक अशुभ सप्तम नरक में जाते हैं।
प्रस्तुत अध्ययन में चित्रमुनि और ब्रह्मदत्त का महत्त्वपूर्ण वार्तालाप है। जिसमें दोनों ही एक दूसरे को अपनी-अपनी दिशा में ले जाने के लिए प्रयत्नशील हैं।
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