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सञ्चालकीय वक्तव्य
भूमिका
सम्पादकीय
वार्तागत विषयानुक्रम
बात बगसीराम प्रोहित-हीरांकी
रोसालूरी वारता
बात नागजी - नागवन्तोरी
बात दरजी मयारामकी
राजा चंद- प्रेमलालछीरी वात
१ रिसालू की बात के रूपान्तर
२ पचानुक्रमणिका -
अनुक्रम
(क) रीसालूकुमरनी वार्ता (गुजराती) (ख) रिसालूरा दूहा
३ वार्तागत सूक्तियाँ
वार्ताएं
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परिशिष्ट
(क) बात बगसीरामजी प्रोहित-होरांकी
(ख) बात रीसालूरी
(ग) नागजी ने नागवंतीरी बात (घ) बात दरजी मयारांमरी
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