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________________ षष्ठाध्यायस्य तृतीयः पादः ४६६ स०-मन्थश्च ओदनं च सक्तुश्च बिन्दुश्च वज्रश्च भारश्च हारश्च वीवधश्च गाहश्च ते मन्थ० गाहा:, तेषु मन्थ० गाहेषु (इतरेतरयोगद्वन्द्वः ) । अनु० - उत्तरपदे, उदकस्य, उद:, अन्यतरस्यामिति चानुवर्तते । अन्वयः-उदकस्य मन्थौदनसक्तुबिन्दुवज्रभारहारवीवधगाहेषु उत्तरपदेषु चान्यतरस्याम् उदः । अर्थ:-उदकस्य स्थाने मन्थौदनसक्तुबिन्दुवज्रभारहारवीवधगाहेषु चोत्तरपदेषु विकल्पेन उद आदेशो भवति । उदाहरणम् उत्तरपदम् शब्दरूपम् भाषार्थ: मन्थ: उदकेन संयुक्तो मन्थ इति उदमन्थ:, उदकमन्थः जल से संयुक्त मन्थ । ओदनः उदकेन संयुक्त ओदन इति उदौदनः, उदकौदनः जल से संयुक्त ओदन (भात) सक्तुः उदकेन संयुक्तः सक्तुरिति उदसक्तुः, उदकसक्तुः बिन्दु : उदकस्य बिन्दुरिति उदबिन्दु:, उदकबिन्दुः जल से संयुक्त सत्तु । जल का बिन्दु। वज्रः उदकस्य वज्र इति उदवज्रः, उदकवज्रः जल का वज्र (बिजली) । भार: उदकं बिभर्तीति उदभारः, उदकभार : हार: उदकं हरतीति उदहार:, उदकहार: वीवध: उदकस्य वीवध इति उदवीवध:, उदकवीवधः गाह: उदकं गाहते इति उदगाह:, उदकगाहः जल भरनेवाला पुरुष | जल ढोनेवाला पुरुष। जल की बहंगी । जल का विलोडन करनेवाला ( गोता खोर ) । आर्यभाषाः अर्थ- ( उदकस्य ) उदक शब्द के स्थान में (मन्थौदन० गाहेषु) मन्थ, ओदन, सक्तु, बिन्दु, वज्र, भार, हार, वीवध और गाह शब्द (उत्तरपदे) उत्तरपद होने पर (च) भी (अन्यतरस्याम्) विकल्प से (उदः) उद आदेश होता है। उदा०-उदाहरण और उनका अर्थ संस्कृतभाग में लिखा है । सिद्धि - (१) उदमन्थ: । यहां उदक और मन्थ शब्दों का तृतीया तत्कृतार्थेन गुणवचनेन ' (२1१1३० ) में 'तृतीया' इस योग - विभाग से तृतीयातत्पुरुष समास है। इस सूत्र से उदक के स्थान में मन्थ उत्तरपद होने पर उद आदेश होता है। किसी द्रव पदार्थ से संयुक्त सत्तु 'मन्थ' कहाता है। विकल्प पक्ष में उद आदेश नहीं है- उदकमन्थ । ऐसे ही - उदौदनः, उदकौदनः । उदसक्तुः, उदकसक्तुः । (२) उदबिन्दुः। यहां उदक और बिन्दु शब्दों का षष्ठी' (राराट) से षष्ठीतत्पुरुष समास है। इस सूत्र से 'उदक' के स्थान में बिन्दु उत्तरपद होने पर 'उद' आदेश होता है। विकल्प पक्ष में 'उद' आदेश नहीं है- उदकबिन्दुः ।
SR No.003300
Book TitlePaniniya Ashtadhyayi Pravachanam Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudarshanacharya
PublisherBramharshi Swami Virjanand Arsh Dharmarth Nyas Zajjar
Publication Year1999
Total Pages754
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size25 MB
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