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प्रभाचन्द्र
हरिचन्द्र कवि सोमदेव
अनन्त कीर्ति
अमितगति ( माथुर संघ के आचार्य, माधवसेन के शिष्य
(१२) आगमिक रत्नकरैक्टीका, द्रव्यसंग्रह
पञिका, प्रवचनसरोजभास्कर, आराधनाकथाकोश, अष्टपाहुडपञ्जिका, समयसारटीका, पञ्चास्तिकाय टीका, मूलाचार
टीका, कथा आराधना टीका, दार्शनिक प्रमेयकमलमार्तण्ड, न्यायकुमुद
चन्द्र, सर्वार्थ सिद्धिटिप्पण (तत्त्वार्थटीका का विवरण ),
स्वयंभूस्तोत्रपजिका व्याकरण शब्दाम्भोजभास्कर न्यास (जैनेंद्र
व्याकरण का भाष्य) क्रिया
कलाप टीका. योग समाधितंत्र टीका, उपदेश आत्मानुशासनतिलक,
देवागमपञ्जिका (?) दार्शनिक न्यायविनिश्चय(अकलंक टीका कथा पार्वनाथचरित्र
यशोधर चरित्र, स्तोत्र एकीभाव स्तोत्र,अध्यात्माष्टक, भूगोल त्रैलोक्य दीपीका, पुराण महापुराण (त्रिषष्टिचरित्र)
नागकुमार महाकाव्य भैरव-पद्मावती कल्प, सरस्वती
मंत्र कल्प, ज्वालिनी कल्प, आगमिक उपासकाचार बृत्ति, (१) मूला
चार वृत्ति दार्शनिक देवागम (समंतभद्र) पर टीका स्तुति जिनशतक (समंतभद्र) पर टीका
प्रतिष्ठासार संग्रह वृत्ति (1)
काव्य धमेशमाभ्युदय महाकाव्य आगमिक षण्णवति प्रकरण ( अनुपलब्ध) बार्शनिक न्यायविनिश्चयसटीक (2)
युक्तिचितामणि (अनु०), त्रिवर्ग महेंन्द्रमातलि संजल्प (अनु०),
स्थाद्वादोपनिषत् चम्पू-चरित्र यशस्तिलक चम्मू
___ 'पाश्र्वनाथ चरित्र राजनीति नीतिवाक्यामृत दार्शनिक लघुसर्वज्ञसिद्धि, बृहत्सर्वशसिद्धि,
जीवसिद्धि, प्रमाणनिर्णय, आगमिक उपासकांध्ययन (अमितगति
थावकाचार), पंचसंग्रह संस्कृत आराधना (प्राकृत से संस्कृत), सामायिक पाठ (योग सार-प्राभूत), जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (अनु०), चंद्र प्रज्ञप्ति (अनु०), साधद्वयद्वीप प्रज्ञप्ति (अनु०),
व्याख्या प्रज्ञप्ति (अनु०) प्रकीर्णक भावना द्वात्रिंशिका, धर्म परीक्षा
(१०७०), सुभाषितरत्नसंदोह
धर्म परीक्षा (१०४०) . ज्योतिष सिद्धान्तशेखर, ज्योतिष रत्त
माला, दैवज्ञ वल्लभ, जातक, पद्धत्ति, गणिततिलक, बीजगणित, श्रीपति निबंध, श्रीपति समुच्चय श्रीकोटिदकरण, धुव
मानस करण औपदेशिक उपदेश पद (हरिभद्र) की टीका
उपदेश माला बृहत् टीका कथानक उपमितिभवप्रपंचानामसमुच्चय
बादिराज सूरि
मल्लिषेण
हरिषेण श्रीपति भट्ट
(केशवदेव के पौत्र और पुष्पदन्त के
भतीजे)
बसुनंदि
वर्षमान सूरि
(१.८८ स्वर्ग)
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