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19 माला गिनने की मुद्रा
५
स्थापना- मुद्रा
AC
6
२
सुत्रोच्चारण/ योगमुद्रा से
चैत्यवन्दना में
दो गोडे भूमि पर या बाया गोडा खडा रख पेट पर दो कोणी व अञ्जलि
योगमुद्रा से
३
६
पंचाङ्ग-प्रणिपात (खमासमणु)
उत्थापन
(स्थापना
ऊठाने की) मुद्रा
८ मुक्ताशुक्ति मुद्रा से जावंति०
जावंत. जय-वीयराय०
४
अब्भुडिओ खामणेखामेमि राइयं...
९
जिन-मुद्रा से कायोत्सर्ग
ध्यान