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श्रेष्ठतम
जीवन....
का सूत्र है....
न्यूनतम लेना...
अधिकतम देना.....
और श्रेष्ठतम जीना.....
श्रेष्ठतम जीवन
इस जीवन में यदि कुछ दूसरों से लेना पड़े तो कम से कम लेना, यदि कुछ देने का मौका मिले तो अधिक से अधिक देने का भाव रखना चाहिए.
श्रेष्ठतम जीने का सूत्र है उन लोगों से दूर रहना जिनसे कुछ गलत या अशुभ मिल सकता है और उन लोगों के पास रहना जिनसे कुछ शुभ और श्रेष्ठ मिल सकता हो........
अपना बचाव करने के लिए हर पल सजग रहना क्योंकि अभी हम इतने योग्य नहीं बन पाये हैं कि कोई हमें गलत या अशुभ दें और हम न लें, सच्चे अर्थ में जीने का यही श्रेष्ठतम सूत्र है ।
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