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________________ जिनवाणी जैनागम साहित्य-विशेषाङ्क जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रेल - 2002 वीर निर्वाणसम्वत् 2528 पौष,माघ, फाल्गुन, चैत्र सम्वत् 2058 वर्ष:59 अंक: 1,2,3,4 प्रकाशक प्रकाशचन्द डागा मन्त्री-सम्यग्ज्ञान प्रचारक मण्डल, दुकान नम्बर 182 - 183 के ऊपर, बापू बाजार, जयपुर-302003 (राज.), फोन : 565997 संस्थापक श्री जैन रत्न विद्यालय, भोपालगढ़ सम्पादकीय सम्पर्क सूत्र 3 K 25, कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड, जोधपुर-342005 (राज.) फोन : 0291 -747981 भारत सरकार द्वारा प्रदत्त रजिस्ट्रेशननं. 3653/57 डाकपंजीयन सं.RJ 2803/02 सदस्यता स्तम्भसदस्यता 11,000रु. संरक्षकसदस्यता 5,000 रु. आजीवन सदस्यता देशमें 500रु. आजीवन सदस्यता विदेश में 100 $ (डालर) त्रिवर्षीयसदस्यता 120 रु. वार्षिकसदस्यता 50रु. इस विशेषाङ्ककामूल्य 50रु. मुद्रक : दीडायमण्ड प्रिन्टिंग प्रेस, मोतीसिंह भोमियोंका रास्ता, जयपुर, फोन : 562929 नोट : यह आवश्यक नहीं कि लेखकों के विचारों से सम्पादक या मण्डल की सहमति हो। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003218
Book TitleJinvani Special issue on Jain Agam April 2002
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain
PublisherSamyag Gyan Pracharak Mandal
Publication Year2002
Total Pages544
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Canon, & Agam
File Size23 MB
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