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आचार्य कक्कसूरि का जीवन )
[ ओसवाल सं० १९७८-१२३७
कांकरेचा और शिशोदिया वीर । गच्छ सांढेराव सदा सधीर ॥६४॥ झोटा झवरवाल ने झलेबी। टाटिया टोडरवाल और टकेगी। उपकार तणो नहीं वे पार । विनय भक्ति वन्दन वार हजार ॥ टाडुलिया टोकायत टुकलियां। टांचा टाकलिया टांकीवादियां। गच्छ मंडोवरा आगमिया गच्छ । द्विवन्दनिक जीरावला है स्वच्छ॥ ठावा ठाकुर ठेठवाल ठंठेर । ठगणा ठंठवाल और ठंडेर ॥ चित्रवाल गच्छ छापरिया और । चौरासी गच्छों का था ॥ डागा डांग' डावा डाकलिया। डोडिया डावणां ने डावरिया। थोड़े बहत प्रमाण में सही। अजैनों को जैनब ये कहीं कहीं। दाबरिया ढेलिवाल टेढिया । ढुंढवाल हुँढेडा लिया। साधु साध्वी हुए विच्छेद तमाम । कहीं २ कुल गुरु माण्डे नाम ॥ तोडरवाल तोलावत् तुल्ला । तीखा तेजावत् ने तोमुला। साहित्य का है आज अभाव । प्रकाशित नही हुभा स्वभाव ॥ थोथा थाभलेचा थानावत् । थाका, धीरा और थोरावत् ॥ भोसवंश रत्नाकर था विशाल । गोत्र जातियाँ थी रत्नों की माल॥ दादा दरड़ दक ने देदावत् । दाउ दीलीवाल और दीपावत् । संवत् सतरहसौ सीर मझार । सेवग प्रतिज्ञा की दीलधार ॥ देवड़ा दीसावाल दीवाना । धमाणी धोंगड़ धूपिया आना ॥ तमाम जातियों का लिखसुनाम । पिच्छे कारसु घर का काम ॥ धोखा धंधलिया धनेचा । धावा धोग धींगा धूलेचा । दशवर्ष तक भ्रमण बहुकिया।चौदहसोचमालोस नाम लिख लया नावरिया नाडोला नांदेचा। निधि नेमाणो ने नाथेचा ॥
रह गई एक दोसी जात । डोसी और घणेरी होसी साचीबात नवसरा नाथसरा नौवेरा । नाणावटी नारा निबेडनेरा । पना परांणा मिलियो ज्ञान भण्डार । लिख सुजातियो उनके आधार पंवार पामेचा पालीवाले। पाटणिया पटवा पोमावत् चाले । ऊपर लिखी जातियों करसु बाद । फिरभी रह जाता है अपवाद॥ पडिहार पाड़िया पाकरेचा। पोकरवाल पितलिया पादेचा। आमी अरणोदिया और अतार । अच्छा मामदेवा आलझडा सार॥ पालावत् पिपलिया पुहड़ा वीर । पाथवत् पोपटिया पग धीर॥ आवगोता आखा अर्बुदा जाण । भालीजा ओसरा आसांणी मान ॥ फूला फूलपगर फोकटिया जाण । फक्कड़ा फेफावत् फला प्रमाण। ओरड़िया इज्जारा इन्दाणी परे । ऊटड़ा उबड़ा उमरावज सरे ॥ बडोलिया बडाला वलोटा धीरा बालडाबहुबोका बावला वीरा ॥ अनिया ऊकारा उसकेरिया मान कटक कटारा कणेरा प्रमाण ॥
वाबेल बांगाणी बघेरवाल । बाबेलिया बोचा वांकीवाल । कदिया कटोतिया कसाराकट । कागदिया काजलिया करकट ॥
बुरद बुर्कचा बोकडियामान । बोरूदिया बोगा बजाज पहचान ॥ कासतवाल कांकलिया कापडिया। कान्धल कविया काल दिया। बुबकिया बुद्ध बेगडा खरा । बालिया बोरेचा बगला धरा । किराड कंबोज कंकर कंडसार। कुचेरिया कंपढ़ कसरिया धार ॥ | भक्कदमहगतियांभंडेसरा सही। भीलडिय केलवाल केरिया केवढ़ा भारी। कोलिया काबर कंडीरकारी। भंडावत् भोपाला भुंगढ़ी धीर । भीम्नमालाभादवत भुनिडवीर। खंगार खंगणी खर भंडारी । खडभंशाली खरवदा उपकारी ॥ भाला भोगरवाल और भरा। भाटी भलभला ने भक चूग॥ खाटा खारीबाल खेलची जाणो। खीची खीचिया खेंचाताणों। मरडिया मीनोयार मे मागदिया। मेड़तिया ममाइया भालुकिया। खेरिया खेतरपाल खेतसी वीर खेमानन्दी खुतड़ खेताणीगंभीर ॥ महुतीयाणी मीनारा ने मुशल । मोथात है मोडो मीठा कुशल खुखुवालखे तसार खंडिया। खाउ खेलू खेतासर खोजुरिया। माडलेचा मालविया ने मेवाड़ा । मालावत मुगा मोथा चाड। ॥ खखरोटा खेडीवाल खोसिया। गट्टा गलगट गडवाणी लिया ॥ मच्छा मुलीवाल अरू मुर्गीपा: । मकाणा मादरेचा वे सुविशाल॥ गुलगुला गेमावत और गौरा । गुजरा गोल किया गीया भौरा। मोदी मर्ची और मोतिया वडवीर । मोहीवाल मेंदीवाल हए रणवीर गुणतिया गुलखण्डियां गोदा। गोगावत गोवरिया योद्धा ॥ रायजादा राय भणसाणी ने राठौड़ । राजावत् रासाणी रोडा कोद गोसलाणी गोहिल गुजरा । घोघा गीरवा घंघवाल धार । | लालन लुणिया लुणावत जाण । लुबक लोला लेवा पहचान ॥ चौसरा चीमाणी चौमोहल्ला । चूंगीवाल चेतावत् चंदोला ॥ | लाखाणी लखेसरा ने लोलेचा । संभरिया साचोरा ने सोलेच।। चूंदड़िया चाव ने चामड़ । चील चितोड़ा और चौखंड । सिरोया सरवाला ने सेवइयाँ । सोढा सांगाणी शृंगारारिया ॥ चोखा चूदावाल ने चंचल । चिनीचुदावत चूंगा अतलीबल ॥ सुरपुरियां सांगरिया सोनीगरा ।सोजतिया सिंहावत् उत्तमधरा छ छोड़ छोगा छोटा छा ही। छालिया छीटिया छीवरसाही। संखवाल साच्चा सुखा सही। हरसोला हादा हेमावत कही ।। माला जोगद जोगावत् शूरा जाणेचा । जीनाणी जेताव जोतूरा ॥ हांसा हंसाणी हाला खेडी वीर। हापड़ा हुला हरियागंभीर ॥ नक्षगोता जालौरी जिन्दा । जेलमी जोगनेरा जेबी प्रसिद्धा। संक्षिप्त से मैं किया विचार । ओसवंश रत्नाकर नहीं भावे पार ॥
महाजन संघ के प्राचीन कवित
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