________________
धातकी खण्ड का पूर्व भरत क्षेत्र
धातकी खण्ड का पश्चिम भरत क्षेत्र
वर्तमान
भविष्य
भूतकाल
वर्तमान
भविष्य
११
१०
,
युगादिनाथ सिद्धांत
सिद्धनाथ सम्यगनाथ
रत्नप्रम अमित असंभव अकंलक चन्द्रस्वामी
रस्नकेश चक्रहस्त साकृत परमेश्वर
महेश
जिनेद्रं
शुभकर
मुहृत्तिर्क
सत्यनाथ सुन्दरनाथ
संप्रति सर्वस्वामी मुनिनाथ विशिष्टनाथ अपरनाथ ब्रह्मशान्ति पर्वतनाथ
पुरदर
.
कामुक
स्वामी देवदत्त वासवदत श्रीश्रेयांस विश्वरुप पिस्तेज प्रतिबोध सिद्धार्थ सयम भमल देवेद्नाय प्रवरनाथ विश्वसेन मेघनदं सर्वज्ञजिन
परमार्थ समुन्दर भूघर उद्योत आथर्व अभय अप्रकयं पद्मनाथ पद्मानंद प्रियंकर सुकृतनाथ भद्रेश्वर मुनिचन्द्र पचमुष्टि त्रिमुष्टि गागिक प्रणव वागं ब्रहमेंद
ध्यानवर श्रीकल्प स्वरमाथ स्वस्थनाथ भानंद रविचन्द्र प्रभवनाथ सानिध
वृषभनाथ प्रियमित्र शान्तनु सुमृदूं अतीतजो अब्यात कलाशत सर्वजिन प्रबुद्धजिन प्रवृजिन सौधर्म तपोदीप वज्रसेन बुद्धिनाथ प्रबंधजिन भजिम प्रमुख पल्योपम अर्कोपम तिष्टित मृगनाम देवेद्रंजिन प्रायच्छित शिवनाथ
विस्वेजिन करणनाथ वृषभनाथ प्रियतेज विमर्शजिन प्रशमजिस चारित्रजिन प्रमादित्य मंजुकेशी पीतवास सुररिपू दयानाथ सहस्रभुज जिनसिंह रैपकजिन बहूजिन पल्लिनाथ अयोगीजिन योगनाथ कामरिपू अरएयसाहू नेमिकनाथ गर्मज्ञान अजित
निकेश प्रशस्तिक निराहार भमुर्ति द्विजनाथ श्वेतांगेश चारुनाथ देवनाथ व्याधिक पुष्पनाथ नरनाथ प्रतिकृत मृगेन्द्रनाथ तपोनिधिक
सुवर्ण सुकर्मा
अमम पाश्र्वनाथ शाश्वतनाथ
भरएयक दशानन शातिक
जिनपति
२-भी चन्द्रप्रभ के ७ भव १-चर्मभूप २-सौधर्म देव ३-अजितसेन ४---अच्यूतदेव ५–पद्मराजा ६-विजयन्तदेव ७-चन्द्रप्रभजिन ।
___३-शान्तिनाथ के १२ भव-जैसे १-~-श्रीषेणराजा २-उत्तरकुरुयुगलिक ३-सौधर्मदेव ४
अस्तिगति विद्याधर ५--प्रणतदेव ६-बलभद्र गमा -अच्युतदेव ८-बायुद्धचक्री ९-- प्रैवेगदेव dain १०-मेषस्य राजा ११-सर्वार्थसिद्धदेव १२-श्री शान्तिनाथतीर्थेश ।
www.jainelibrary.org