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________________ वि० सं० ११५-१५७ वर्ष ] सं० ग्राम १ खंडेला नगर से २ पाटणी ग्राम से ३ भैसाणी ग्राम से ४ पहाडी ग्राम से ५ मामरी ग्राम से ६ गंगवाली ग्राम से गंगवाल ७ पापड़ी ग्राम से ८ दोसा ग्राम से ९ सोठा ग्राम से १० गोधाणी ग्राम से ११ चंदला ग्राम से १२ मिठड़िया, १३ दरड़ा १४ गोद 33 २० पादणी २१ सोनी "" १५ भूचड़ा,” १६ वजाणी १७ वजवासी १८ राहोली १९ पाटड़ी ... י "" "" "" "" 4 "" 35 जाति खंडेलवाल शाह पाटणी जाति ३० भंडशाली भैसा जाति पहाड्या जाति काफरिया " "" Jain Educademnational "" 35 " पापड़ीवाल, दोसी गढ़इया भूंच वज बोर खेड़िया,, कुलभाणिया,, गोत्री टुकड़ा निरपालिया लाटीवाल " "" बेदोलिया पाटोला ६९ जलवाण जलवाणिया,, ७० भूताल गोड़िया निगोतिया,” ७१ राजभदारा, ७२ क्षेत्रपाल नोपिया साखिया ७३ लोहट ७४ भांगड़ 693 पांगलिया भूसाणिया, पितलिया वनमाला " ७७ अहंकारा," ७३ भसवाड़ा 33 २२ विलाला अरड़क ७८ हंसावली," रावलिया २३ विनायकी,, २४ वाकली २५ कांसली मौदी कोकणजा, २६ वरली जुग राज्या २७ पीपली पापला मूल राज्या सोंगाणी 3: २८. सागांणी, छाहड्या इस प्रकार नामावली की मेरे पास तीन प्रतियें है जिनमें कुछ नाम रहो बदल भी हैं और उत्तारा से उत्तरा किया जाता है उसमें रद्दोबदल हो ही जाता है पर यह बात प्रमाणिक है कि दिगम्बराचार्य ने खंडेला में राजपूतों को प्रतिबोध कर जैन बनाये थे इसके अलावा पीसांगण के एक सरावगी की जूनी [ भगवान् महावीर की परम्परा org 59 "" "" सेठी गौधा चांदूवाल मिठड़िया दरster ४१ पाटोल ४० चौर ४२ गोदड़ा "3 पु" "" 33 "" 59 55 "" "" " 39 सं० प्राम २९ दरडो ग्राम से " ३१ लुहार ३२ लिंगीया " 5, ३५ बाहुली ३६ टीगाणी ३७ वैदिया ३८ कटोतिया ३९ भारी ३३ छबड़ा ३४ कुलवाड़ी,,, "3 ४३ निगोता ४४ अनोपडी ४५ साखोनी वरलाला ५४ जुगड़ी ५५ मूलौटी ५६ छाहड़ 73 2" "3 " "" जवासिया, राहुका ४६ पासुंका पाटोदा ४७ भूतड़ा ४८ पातोली ४९ वनमाली ५० आकोडी पादोड़ा सोनियाण," विलाला विनायक्या, ५१ रावती वाकलीवाल ५२ मादोती कासलीवाल ५३ कोकणोत,” 23 159 "3 " 22 92 "" 25 " 33 27 "" 23 "" 19 55 "" 35 [ भगवान् पार्श्वनाथ की परम्परा का इतिहास " जाति सं० ग्राम दरडावत भंडशाली,” लुहारा लिंगिया 13 " For Private & Personal Use Only " " छबड़ा काला बोहरा टीगा वैद कटोतिया फांकरी ६७ लटवाड़ा " चौधरी ६८ बेदला "" "" "" ,” 59 " 33 "" "" " "" 37 "" 33 " 33 जाति ५७ सरवाड़ी ग्राम से सवडिया, ५८ निरपाल निरपोलिया, ५९ निरगोदा निरगोदा चडकिया सरपतिया 19 י, ६० चरड ६१ सरपति 33 ६२ बोरा खेड़ी,, ६३ कुलभारणी, ६४ गोदड़ा "" 33 मोभासर ७९ चौर ८० वाली ८१ सौमोद 13 ८२ कड़वड ८३ हालोद ८४ सामना ६५ टुकड़ा," ६६ निरपाति, "" " 23 "; "2 " "" "" 57 39 17 " " 59 11 33 भूताला राजभद्रा 19 " 99 " "1 " "" क्षेत्रपालिया," लोहटिया " भांगड़िया भोलसरा 23 35 भूसालिया " अहंकारिया, राजहंस " चीबाणिया बंका सौभगला " }: कड़वड़ा हलोदिया " समान्या , 39 "
SR No.003211
Book TitleBhagwan Parshwanath ki Parampara ka Itihas Purvarddh 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundarvijay
PublisherRatnaprabhakar Gyan Pushpamala Falodi
Publication Year1943
Total Pages980
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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