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आचार्य सिद्धसूरि का जीवन ]
( १ ) श्री उत्तराध्ययनजी सूत्र ( २ ) श्री दशाश्रुतस्कन्धजी सूत्र ( ३ ) श्री वृहत्कल्षजी सूत्र (४) श्री व्यवहारजी सूत्र (५) श्री निशिथजी सूत्र (६) श्री महा निशिथजी सूत्र (७) श्री ऋषिभाषित सूत्र (८) श्री जम्बू द्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र ( ९ ) श्री द्वीपसागर प्रज्ञप्ति सूत्र (१०) श्री चन्द्र प्रज्ञप्ति सूत्र (११) श्री क्षुलकवैमान प्रवृति (१२) श्री महावैमान प्रवृति ( 23 ) श्री अंगचूलिका सूत्र
(१) श्री दशवैकालिक सूत्र
(२) श्री कल्पकल्प सूत्र (३) श्री चूलकल्प सूत्र (४) श्री महाकल्प सूत्र (५) श्री उत्पातिक सूत्र (६) श्री राजप्रश्नी सूत्र (७) श्री जीवाभिगम सूत्र (८) श्री प्रज्ञापनासूत्र
(९) श्री महाप्रज्ञापनासूत्र (१०) श्री प्रमादाप्रमादसूत्र
(१) श्री श्राचार दशा (२) श्री बन्ध दशा
जैनागम चाचना ]
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कालिक सूत्रों के नाम
(१४) श्री बंगचूलिका सूत्र (१५) श्री विवाहा चूलिका सूत्र (१६) श्री आरूणोत्पतिक सूत्र (१७) श्री वारुणोत्पातिक सूत्र (१८) श्री गारूड़ो स्पातिक सूत्र (१९) श्री धरणोत्पातिक सूत्र (२०) श्री वैश्रमणोत्पातिक सूत्र (२१) श्री वैलंधरोत्पातिक सत्र (२२) श्री देवीन्द्रोस्पातिक सूत्र (२३) श्री उस्थान सूत्र (२४) श्री समुस्थान सूत्र (२५) श्री नागपरिश्रावलिका सूत्र
उत्कालिक सूत्रों के नाम
(११) श्री नन्दीसूत्र (१२) श्री अनुयोगद्वारसूत्र (१३) श्री देवीन्द्रस्तुतिसूत्र (१४) श्री तंदुलन्याली सूत्र
(३) श्री दोंगिद्धिदशा (४) श्री दीर्घदशा
[ ओसवाल संवत् ४५२
(१५) श्री चन्द्रविजय सूत्र
(१६) श्री सूर्यप्रज्ञप्ति | सूत्र (१७) श्री पौरसी मंडल सूत्र (१८) श्री मंडलप्रवेश सूत्र (१९) श्री विद्याचारण सूत्र (२०) श्री विमिच्छओसूत्र
प्रसंगोपात श्री स्थानायांग सूत्र में दशदशांग से
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(२६) श्री निश्यावलिका सत्र (२७) श्री कप्पयाजी सूत्र (२८) श्री कप्पवडिंसिया सूत्र (२९) श्री फुप्फीयाजी सूत्र (३०) श्री पुप्फचूलियाजी सूत्र (३१) श्री वणियाजी सूत्र (२२) श्री विन्ही दशा सूत्र (३३) श्री श्रीविप भावना सूत्र (३४) श्री दृष्टिविष भावना सूत्र (३५) श्री चरणसुमिण भावना सूत्र (३६) श्री महासुमिण भावना सूत्र (३७) श्री तेजस निसर्ग सत्र
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(२१) श्री गणि विजय सूत्र (२२) श्रीध्यानविभूति सूत्र (२३) श्री मरणविभूतिसूत्र (२४) श्री आत्मविशुद्धि सूत्र (२५) श्री वीतराग सूत्र (२६) श्री संलेखणासूत्र (२७) श्री व्यवहार कल्प सूत्र (२८) श्री चरणविधिसूत्र (२९) श्री श्राउर प्रत्यख्यानसूत्र (३०) श्री महाप्रत्याखान सूत्र
(५) श्री संखेवित्तदशा
( शेष पांच के नाम ऊपर श्रागये हैं ।)
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