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मगवान पार्श्वनाथ की परम्परा के श्रमणों के गच्छ-शालए
निम्रन्थगच्छ विद्याधरगच्छ (प्राचार्य स्वयंप्रभसूरि से)
उपकेशगच्छ (श्रा० रत्नप्रभसूरि से)
कोरंटगच्छ (प्राचार्य कनकप्रभसूरि से)
मूलगच्छ
माथुरी शाखा
मूलगच्छ कुकुंदी शाखा
___ (कुकुंदाचार्य से) मूलगच्छ द्विवन्दनीक शाखा
मूल शाखा (वृद्ध)
लघु कुकुंदी शाखा (कुकुंदाचार्य-ककसूरि)
मुल भीनमाल शाखा
चन्द्रावती शाखा
मूलगच्छ
मेड़ता की शाखा
मूल शाखा
खटकूप शाखा (सिद्धसूरि से)
मृल खटकूप शाखा
लघु खटकूप शाखा
बीकानेर शाखा
खजवाना शाखा
* ऊपर बतलाई उपकेशगच्छ की सब शाखाओं में प्राचार्यों की नामावली क्रमशः कक्कसूरि देवगुप्तसूरि
और सिद्धसूरि नाम से ही चली आई हैं अतः निर्णय करने में बड़ी सावधानी रखनी चाहिये ।
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